यूपी के गोंंडा जिले के तहसील मनकापुर के थाना खोडारे के गांव कोल्हई गरीब का शमशेर पुत्र निसार अहमद जो कि फर्जी रेल टिकट का मास्टर माइंड हामिद अंशारी का दाहिना हाथ माना जाता है। जो गैगस्टर के तहत इन दिनों जेल में है। अब इनके काले कारनामों से कमाई गई अचल सम्पत्तियों का ब्यौरा प्रशासन ने तलब करके जब्त करने की तैयारी में है। इसके लिए बस्ती के डीएम आशुतोष निरंजन ने गोंडा के डीएम मार्कडेय शाही को पत्र भेजकर सभी सम्पतियों को सरकारी अभिरक्षा में लेने का अनुरोध किया है। जल्द ही लगभग 06 करोड की सम्पत्ति सरकार के कब्जे में की जायेगी।
मामला खोडारे थाना के गांव कोल्हई गरीब गांव से जुडा है। यहां का रहने वाला शमशेर ने रुपये कमाने की लालच में आरआईटीसी के बेबसाइड को हैंक करके अवैध साफ्टवेयर से ई-टिकट बनाने व बेचने का अवैध कार्य करके उससे अर्जित धन स्यंम व अपने परिवार, सगे सम्बन्धियों के नाम से चल सम्पत्ति क्रय किया गया है। जो लगभग 06 करोड की सिर्फ मनकापुर तहसील में है। पुलिस अधीक्षक बस्ती की रिपोर्ट पर गैगस्टर तामील किया है। अब इस गैगस्टर की अचल सम्पत्ति जो कि कोल्ह ई गरीब, बनगवा,गाजीपुर,खीरीघाट, बलुआ तालाब,पिपरा अदाई, भिखारी पट्टी आदि गांवों में स्थति भूमि को जल्द ही कुर्क किया जायेगा।डीएम मार्कडेय शाही ने बताया कि बताया कि गैगस्टर से सम्बन्धित सूचीबद्ध सम्पतियों को अभिरक्षा में लेने हेतु एसडीएम को निर्देशित कर दिया गया है।
आरपीएफ बस्ती के प्रभारी नरेन्द्र यादव के अनुसार गैगस्टर शमशेर पुत्र निशार अहमद निवासी -कोल्हई गरीब, थाना-खोडारे जनपद -गोंडा का लम्बा अपराधिक इतिहास है।इसके ऊपर थाना पुरानी बस्ती,थाना खोडारे, मुम्बई में थाना-कुर्ला , दादर व बंगलौर में सीबीआई में मामला पंजीकृत है।
गैगस्टर के आरोपी की गिरफ्तारी 20 दिसम्बर 2019 को पुरानी बस्ती से गिरफ्तारी हुई थी। 31 जनवरी 2020 से गोन्डा जेल में बंद है। यह हामिद अंशारी का दाहिना हाथ हुआ करता था बाद में उससे अलग होकर स्यंम जरायम की दुनिया का बादशाह बनने के लिए काम करने लगा।