रविवार को कराची में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष एहसान मनी ने बीसीसीआई को सम्बोधित करते हुए कहा था, कि अगर बीसीसीआई पाकिस्तानी क्रिकेटरों, फैंस और मीडिया कर्मियों को वीजा उपलब्ध नहीं करवा पाता है तो पीसीबी टी20 वर्ल्ड कप को यूएई शिफ्ट करने की मांग करेगा। अब इस पूरे मसले पर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे अपरिपक्व व्यवहार करार दिया है। समाचार एजेंसी एएनाई से बात करते हुए बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘मैं एहसान मनी स्टेटमेंट पढ़कर काफी अचंभित हुआ। अगर वह इस पूरे मसले को राजनीतिक बनाना चाहते हैं, तो यह उनको मुबारक हो। वह यह नहीं जानते हैं कि कोई भी क्रिकेट बोर्ड इस पूरे मसले पर कोई भी एश्योरेंस नहीं दे सकता। यह फैसला सरकारों का है।’ उन्होंने कहा, ‘अगला कदम क्या होगा ? क्या आईसीसी यूनाइटेड नेशन की भूमिका निभाएगा?”
बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘सरकार ने वीजा देने के मामले पर बहुत स्पष्ट रूप से अपनी बात कह दिया है। जिम्मेदार व्यक्ति को यह पता भी होगा। एहसान मनी को दोनों देशों के बीच क्रिकेट सम्बन्धों को बेहतर करने के लिए प्रयास करना चाहिए, ना कि दूरियां बढ़ाने को लेकर।’
रविवार को पीसीबी प्रेसीडेंट ने कहा था, ‘इंडिया इस साल अक्टूबर में टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा। मैंने बोर्ड से कहा है कि मुझे लिखित में खिलाड़ी, पत्रकार और फैंस के वीजा दिए जाने का आश्वासन चाहिए। आईसीसी की मीटिंग में एक बार फिर इस मुद्दे को उठाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘आईसीसी की तरफ से कहा गया है कि अनुमति मार्च तक मिल जाएगी। कोविड-19 और वीजा दिक्कतों को देखते हुए अगर यह टूर्नामेंट इंडिया में नहीं हुआ तो इसे यूएई में आयोजित किया जाएगा। इस पर फैसला 31 मार्च तक हो जाएगा।’