उत्तर प्रदेश के आगरा के दयालबाग स्थित हॉस्पिटल से मंगलवार को अपहृत किशोरी का रविवार को भी कोई सुराग नहीं मिला। मुख्य आरोपित मेहताब राणा के भाई गुलफाम ने पुलिस को उलझा दिया है। सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद उसका कहना है कि यह भाई नहीं है। पुलिस परेशान है। किशोरी आखिर कहां गई। यह पता लगाने के लिए आधा दर्जन टीमों को लगाया गया है। अधिकारियों का मानना है कि राज अब मेहताब से पूछताछ में ही खुलेंगे। पुलिस उसके बहुत करीब है।
ताजगंज निवासी 17 वर्षीय किशोरी अपनी बुआ के साथ हॉस्पिटल में दवा लेने आई थी। वहां से गायब हो गई। सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो एक युवक अकेला हॉस्पिटल में आते दिखा। जब वह बाहर निकल रहा था तो उसके साथ एक लड़की थी। उसने बुर्का पहन रखा था। युवक ने भी मास्क लगा था। फुटेज देखने के बाद युवती के घरवालों ने बताया कि यह युवक मेरठ निवासी मेहताब राणा है। वर्ष 2018 में इसने दो बार उनकी बेटी को अगवा किया था। पुलिस ने इसे जेल भेजा था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मेहताब राणा के खिलाफ मुकदमा लिखा। मेरठ में दबिश दी। उसकी पत्नी भूरी और दो भाभियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। उसके भाई गुलफाम को भी हिरासत में लिया।
रविवार की शाम तक अपहरण की गुत्थी उलझी हुई थी। पुलिस की एक टीम मेहताब राणा के करीब पहुंच गई थी। पुलिस को जानकारी हुई थी कि वह अकेला है। लड़की उसके साथ नहीं है। इसलिए पुलिस ने दबिश नहीं दी। पुलिस इस इंतजार में है कि किशोरी का भी सुराग मिल जाए। वहीं दूसरी तरफ मेहताब के भाई गुलफाम ने पुलिस को घुमा दिया है। पुलिस ने उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाए थे। फुटेज देखने के बाद उसका कहना है कि ये मेहताब नहीं है। जिस समय की घटना है उस समय मेहताब तो मेरठ में ही था। पुलिस ने मेहताब की लोकेशन चेक की। वह आगरा में नहीं थी।
यह तो तब भी संभव है जब कोई अपना मोबाइल लेकर नहीं आए। पुलिस को यह बात सता रही है कि सीसीटीवी वाला युवक मेहताब नहीं निकला तो मामला उलझ जाएगा। पुलिस पर किशोरी की बरामदगी का दबाव है। पुलिस को जानकारी मिली है कि मेहताब पेशेवर है। घटना तो उसी ने कराई है। यह हो सकता है कि किसी पहचान वाले को हॉस्पिटल भेजा हो। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि पुलिस छानबीन में जुटी है। किशोरी की सकुशल बरामदगी पुलिस की पहली प्राथमिकता है। मेहताब राणा जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगा।
विधायक ने कहा जल्द करें बरामद
एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक रामप्रताप सिंह चौहान ने रविवार को घटना के संबंध में एसएसपी सहित अन्य अधिकारियों से वार्ता की। एसएसपी से उन्होंने कहा कि किशोरी जल्द बरामद होनी चाहिए। मामला दूसरा रूप लेता जा रहा है। एक ही लड़की का तीसरी बार अपहरण हुआ है। यह सवाल उठ रहा है। एसएसपी ने उन्हें बताया कि आधा दर्जन से अधिक टीमें सिर्फ किशोरी की बरामदगी में जुटी हुई हैं।
एडीजी और आईजी ले रहे अपडेट
एडीजी जोन राजीव कृष्ण और आईजी रेंज ए सतीश गणेश भी इस घटना में हर घंटे का अपडेट ले रहे हैं। पुलिस को इस मामले में क्या-क्या करना चाहिए एडीजी ने यह निर्देश दिए। पुलिस टीम ने अभी तक क्या-क्या किया है यह जाना।