कानपुर देहात में अकबरपुर के नेहरूनगर मोहल्ले के सभासद के मकान में किराए पर रहने वाली महिला सिपाही के पति ने रविवार रात में मकान मालिक, उसकी पत्नी व दो बच्चों को पेट्रोल डालकर फूंकने की कोशिश की। आग से चारो गंभीर रूप से जल गए। वारदात के बाद भाग रहा आरोपित कोतवाली के सामने किसी वाहन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। पांचों को प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर रेफर किया गया है।
अकबरपुर कोटवाली में तैनात महिला सिपाही ऊषा प्रजापति नेहरू नगर अकबरपुर के सभासद जितेंद्र कुमार के मकान में किराए पर रह रही है। रविवार रात में वह ड्यूटी पर कोतवाली में गई थी। उसका पति अवनीश उसको कोतवाली में छोड़कर वापस आया, इसके बाद उसने किसी बात से नाराज होकर मकान मालिक, उनकी पत्नी अर्चना, बेटी पुत्री हर्षिता (5) व बेटे हनु (15 महीने) पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग से घिरा परिवार चीखने-चिल्लाने लगा। चीखने -चिल्लाने की आवाजें सुन आसपा के लोग वहां पहुंचे तो पूरा परिवार को आग की लपटों में घिरा था। लोगों को आता देख आरोपित वहां से भाग निकला, लेकिन कोतवाली के पास हाई-वे क्रास करते समय किसी वाहन की चपेट में आकर वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया।
जानकारी होते ही अकबरपुर कोतवाल तुलसीराम पांडेय मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल भेजा। साथ ही उन्होंने वरिष्ठ अफसरों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे अफसरों की छानबीन के बाद सभी को कानपुर रेफर कर दिया गया। एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि अभी घटना की वजह का पता नहीं चला है, लेकिन आरोपित के डिप्रेशन में होने की बात कही जा रही है। आग से झुलसे दंपति व उसके बच्चों की हालत गंभीर होने के कारण कोतवाल अकबरपुर के साथ इलाज के लिए कानपुर भेजा गया है।