मेरी मम्मी हमेशा डायनिंग टेबल पर सौंफ की शीशी रखती हैं। वे मानती हैं कि सौंफ मुंह का स्वाद दुरुस्त करने के साथ ही पाचन तंत्र को भी बेहतर रखती है। घर हो या रेस्तरां, खाना खाने के बाद सौंफ देना एक परंपरा बन गई है। जबकि यह सुगंधित मसाला सब्जी का स्वाद बढ़ाने में भी कारगर है। पर क्या आप जानती हैं कि आयुर्वेद में इसे औषधीय माना गया है। आइए जानते हैं क्यों जरूरी है आहार में सौंफ को शामिल करना।
सौंफ के फायदों को विज्ञान भी मानता है
नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल इनफार्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में सामने आया कि सौंफ एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। जिसका उपयोग कई तरह के घरेलू, आयुर्वेदिक और एलोपथिक उपचारों के लिए किया जाता है। जैसे: पेट दर्द, कब्ज़, अपच, दस्त, मरोड, बुखार, पेट फूलना, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन और गुर्दे की बीमारी आदि। सौंफ का बिना किसी गंभीर प्रतिकूल प्रभाव के लंबे समय से उपयोग किया जाता रहा है। वर्तमान में किए गए अध्ययनों से संकेत मिलता है कि सौंफ के कई स्वास्थ्य लाभ हैं और ये भोजन का एक महत्वपूर्ण घटक है।