प्रदेश पुलिस के विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) ने गाजियाबाद के मुरादनगर में हुए श्मशान घाट हादसे की जांच ने तेजी पकड़ ली है। एसआइटी को कई कुछ बिन्दुओं पर साक्ष्य मिले है। हादसे का जिम्मेदार कौन है इसका जल्द ही खुलासा हो जाएगा। निर्माण कार्य की गुणवत्ता के संबंध में सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) की जांच रिपोर्ट भी एसआईटी को मिल गई है।
एसआईटी की टीम सीबीआरआई के वैज्ञानिकों के साथ मौके पर पहुंची थी। वैज्ञानिकों ने निमार्ण कार्य की गुणवत्ता की जांच के लिए ढहे हुए मलबे से सैंपल एकत्र किया था। सीबीआरआई केंद्र सरकार की संस्था काउंसिल आफ साइंस एंड इंड्रस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) रुड़की के अधीन कार्य करती है। एसआईटी के डीजी डॉ. आरपी सिंह का कहना था कि निष्पक्ष और विश्वसनीय जांच के लिए सीबीआरआई का सहयोग लिया गया है। वैसे प्रदेश सरकार की विधि विज्ञान प्रयोगशाला पहले ही मलबे का सैंपल ले चुकी थी। हादसे से संबंधित मुकदमा मुरादनगर थाने में ही दर्ज है।
एसआईटी अब पूरे मामले की जांच कर रही है। इसमें निर्माण कार्य के लिए टेंडर की प्रक्रिया से लेकर उसके भुगतान तक की जांच हो रही है। यह हादसा मुरादनगर थाना क्षेत्र के उखरालसी गांव के श्मशान घाट पर तीन जनवरी 2021 को हुआ था, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मुरादनगर नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी निहारिका सिंह, अवर अभियंता चंद्रपाल सिंह, सुपरवाइजर आशीष कुमार और ठेकेदार अजय त्यागी को गिरफ्तार कर लिया गया था।