दिल्ली के बुराड़ी में अपने पुराने पड़ोसी पर कथित तौर पर हमला करने के मामले में पुलिस ने 38 वर्षीय एक व्यक्ति और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित ने मुख्य आरोपी की पत्नी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं।
पुलिस ने बताया कि तीन आरोपी नसीम अहमद, नावेद खान और इमरान उत्तर प्रदेश के अमरोहा और चौथा आरोपी अमित मेहरा दिल्ली के बुराड़ी का रहने वाला है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 15 फरवरी को सुबह करीब पौने आठ बजे बुराड़ी के रहने वाले राज कुमार अपनी बेटी को स्कूल छोड़कर आ रहे थे। बुराड़ी के चंदर विहार स्थित राधा कृष्ण मंदिर पहुंचते ही मोटरसाइकिल सवार दो लोग उनके पास आए और वाहन पर पीछे बैठे व्यक्ति ने उनके सिर और हाथ पर सर्जिकल ब्लेड से हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि राज कुमार को तुरंत अस्पताल ले जाया गया और आरोपियों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) एंटो अल्फोंस ने कहा कि जांच के दौरान पुलिस को उस मकान का पता चला, जहां आरोपी घटना को अंजाम देने से पहले रुके थे और घटना के बाद भी वहां आए थे। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और आरोपियों को पकड़ लिया।
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान नसीम अहमद ने मुख्य साजिशकर्ता होने की बात स्वीकार की। पहले वह बुराड़ी में एक इमारत की दूसरी मंजिल पर रहता था। राज कुमार उसी बिल्डिंग में चौथी मंजिल पर रहते थे।
पुलिस ने बताया कि करीब छह महीने पहले पानी लीक होने के मुद्दे पर राज कुमार ने नसीम अहमद की पत्नी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद ही बदला लेने के इरादे से नसीम ने इमरान और नावेद के साथ मिलकर राज कुमार पर हमला करने की साजिश रची। उसने नावेद की मदद से मोटरसाइकिल का इंतजाम किया और इलाके की रेकी की। पुलिस ने बताया कि नसीम और अमित मेहरा के धोखाधड़ी गिरोह चलाने का खुलासा भी हुआ है। मेहरा ने कई वित्तीय संस्थानों में काम किया था। पुलिस ने कहा कि वे कुछ दिनों के लिए किराए पर मकान लेते थे और फर्जी आईडी से बैंक खाता खोलते थे। अधिकारी ने कहा कि डाक के जरिए चेक बुक मिलने के बाद वे मकान बदल देते थे।
इन दस्तावेजों का उपयोग वाहनों को फाइनेंस कराने में किया जाता था और उन्हें बाद में ऑनलाइन प्लैटफॉर्म या अन्य माध्यमों से बेच दिया जाता था। पुलिस ने कहा कि वे अब तक 25 से अधिक चार और दो पहिया वाहन फाइनेंस करा चुके हैं।
पुलिस ने कहा कि इनके पास से कुछ वित्तीय कंपनियों की मुहर भी मिली हैं, जिनका उपयोग वे फर्जी गैर-आपत्तिजनक प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी करने के लिए कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि उनके कब्जे से एक मोटरसाइकिल, एक स्कूटर, दो मोबाइल फोन, सर्जिकल ब्लेड, पासबुक, वोटर आईडी कार्ड और अन्य सामान जब्त किए गए हैं।