टेरर फंडिंग के आरोपी और अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए ई-टिकट के काले कारोबार के अंतरराष्ट्रीय सरगना बने शातिर हामिद को गिरफ्तार कर लिया गया है। बस्ती पुलिस ने उसे दबोचा है। संभव है कि मंगलवार को उसकी गिरफ्तारी का खुलासा कर दिया जाए। बताया जाएगा कि उसे कब, कहां और कैसे पकड़ा गया? उसके पकड़े जाने से देश के विभिन्न राज्यों में फैले उसके नेटवर्क और उससे जुड़े लोगों के भी राज का पर्दाफाश होगा।
बस्ती जिले के कप्तानगंज के रहने वाले हामिद को पहली दफा अप्रैल 2016 में पुरानी बस्ती से सीबीआई बेंगलुरु ने ई-टिकट के अवैध कारोबार के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। उसके बाद जनवरी 2019 में डीजी आरपीएफ अरुण ने दिल्ली में प्रेसवार्ता कर जानकारी दी थी कि अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए ई-टिकट से कमाई गई रकम को टेरर फंडिंग में प्रयोग किया जा रहा है। इस गैंग का सरगना बस्ती जिले का रहने वाला मो. अशरफ हामिद है।
उसी के बाद सक्रिय हुई आरपीएफ और बस्ती पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए उसके करीबी रहे सलमान और शमशेर के साथ ही मेन कैशियर मनोज महतो सहित दर्जनों लोगों को देश के विभिन्न राज्यों से गिरफ्तार कर लिया। हाल ही में कप्तानगंज स्थित उसके आवास पर छापामारी कर बस्ती पुलिस ने करोड़ों रुपये की संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद करते हुए उसके वालिद जमीरुल हसन सहित कई को गिरफ्तार किया था।
सूत्रों के मुताबिक बस्ती से बना हामिद का पासपोर्ट सार्वजनिक होते ही पुलिस और आरपीएफ के साथ ही कई एजेंसियां उसके पीछे पड़ गईं। पता चला कि वह दुबई में बैठा हुआ है। इसी बीच मुखबिर ने सूचना दी कि हामिद भारत आ रहा है और बस्ती पुलिस ने उसे दबोच लिया।