बिहार विधानमंडल में आज वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश हो रहा है। इस दौरान विधानसभा के बाहर राजद, कांग्रेस, माले सहित अन्य विपक्षी दलों के विधायकों ने हाथ में तख्तियां लेकर पेट्रोलियम पदार्थों की महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया। विधायकों ने गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब से हुई मौतों के मुद्दे पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने मृतकों के परिवारीजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा का मुद्दा भी उठाया।
विधायकों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों का धान खरीदे जाने की भी मांग की। विधायकों ने हाथ में तख्ती ले रखी थी। इस बीच नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव भी कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन के प्रति समर्थन जताते हुए ट्रैक्टर से विधानसभा पहुंचे।
बिहार: राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ने के खिलाफ विरोध जताने के लिए ट्रैक्टर चलाकर विधानसभा पहुंचे।
उन्होंने कहा, “सरकार महंगाई कम करने की बात कहकर सत्ता में आई थी। नीतीश कुमार पेट्रोल-डीज़ल के दाम पर चुप क्यों हैं। उनको इस पर बयान देना चाहिए।”
इस दौरान मीडिया के साथ संक्षिप्त बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि देश में किसान विरोधी सरकार है। इस सरकार ने ‘जय जवान-जय किसान’ के नारे को भूला दिया है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही है, आम आदमी की जेब काटी जा रही है।