गाजीपुर के खानपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में बदमाशों ने एक सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी है। सिपाही अमेठी के गौरीगंज थाने में तैनात था। बहन की रिंग सेरेमनी में शामिल होने के लिए गाजीपुर आया था। सिपाही के शव के बगल से पुलिस ने दो पिस्टल भी बरामद की है। पुलिस मामले को आत्महत्या बता रही है। जबकि परिवार वाले हत्या कह रहे हैं। अधिकारी पूरे मामले की जांच पड़ताल में लगे हैं।
गाजीपुर के बभनौली गांव निवासी अजय यादव 2018 बैच का सिपाही था। इन दिनों उसकी तैनाती अमेठी के गौरीगंज थाने में थी। बहन की रिंग सेरेमनी के लिए 15 दिन का अवकाश लेकर वह गांव आया था। रविवार को समारोह में उसने खूब मस्ती की और सोमवार की भोर में खेतों पर टहलने के लिए निकल गया। थोड़ी देर बाद उसका शव गांव से कुछ दूर खेतों में लहुलुहान देख हड़कंप मच गया। गांव के सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने देखा कि एक अवैध पिस्टल उसके हाथ में और दूसरी उसके बगल में पड़ी है। उसका मोबाइल फोन भी उसके बगल में पड़ा मिला।
सीओ सैदपुर राजीव द्विवेदी ने बताया कि युवक के पास मिली दोनों पिस्टल की जांच की जा रही है। प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या जैसा प्रतीत हो रहा है। फारेंसिक टीम ने फिंगर प्रिंट और अन्य जांच टीमों ने मौके से सबूत जुटाए हैं। कई पहलुओं पर पुलिस जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर अन्य चीजों के बारे में पता चलेगा।
चार बहनों में इकलौता भाई था अजय
मारे गए सिपाही अजय के पिता रामप्रताप यादव सीआरपीएफ में कार्यरत थे। अजय तीन वर्ष पूर्व ही पुलिस में भर्ती हुआ था। दस दिन पहले छुट्टी लेकर घर पर आया था। चार बहनों में वह एकलौता भाई था। इकलौते भाई की हत्या के बाद से परिवार में कोहराम मचा है।