बिहार में मैट्रिक परीक्षा में पेपर लीक को लेकर तेजस्वी ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर तंज कसा है। तेजस्वी ने एक विडियो जारी करते हुए ट्वीट कर कहा कि बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा के लगातार पेपर लीक हो रहे हैं। सरकार गहरी निद्रा में है। हमेशा हमें सरकार को बताना पड़ता है कि ऐसा हुआ है। प्रतिभाशाली और गरीब बच्चों का भारी नुकसान हो रहा है। बिहार बोर्ड के उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसा होता है लेकिन उनपर कोई कारवाई नहीं होती?
बता दें कि शुक्रवार को पहली पाली में होने वाली सोशल साइंस की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। शुक्रवार से शुरू हो रहे बिहार बजट के दौरान सदन को नेता प्रतिपक्ष ने पेपर लीक होने की जानकारी दी थी।
अंग्रेजी का एक एक पर्चा सोशल मीडिया में वायरल, बाद में पता चला फेक
उधर एक बार फिर मैट्रिक परीक्षा के चौथे दिन अंग्रेजी का एक एक पर्चा सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसे आज आयोजित की गई अंग्रेजी की परीक्षा का पर्चा बताया गया। हालांकि जांच के बाद इसे फेक करार दिया लेकिन तब तक परीक्षा रद करने की मांग को लेकर छात्रों का आक्रोश भड़क उठा और उन्होंने राजधानी पटना के एएन कॉलेज के पास सड़क पर उतरकर जमकर हंगामा किया। गुस्साए छात्रों ने सड़क पर पत्थरबाजी की और उस वक्त उधर से गुजर रहीं कई गाड़ियों रोककर उनमें तोड़फोड़ की। इस दौरान कई राहगीरों को छात्रों के गुस्से का शिकार बनना पड़ा। छात्रों के गुस्से के चलते थोड़ी देर के लिए सड़क और आसपास के इलाके में भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। हंगामा अधिक बढ़ा तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके छात्रों को खदेड़ा।
वायरल हुआ था सामाजिक विज्ञान की परीक्षा का पेपर
इससे पहले मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन शुक्रवार को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा का पर्चा सुबह आठ बजे से ही यूट्युब चैनल और वाट्सएप ग्रुप पर परीक्षा का प्रश्नपत्र वायरल हो गया। इसके बाद बिहार बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए सामाजिक विज्ञान विषय की प्रथम पाली की परीक्षा को रद्द कर दिया है। अब यह परीक्षा दोबारा आठ मार्च को आयोजित की जाएगी। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद बिहार बोर्ड ने जांच के बाद जमुई के तीन बैंककर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। प्रारंभिक जांच में एसबीआई झाझा के संविदा कर्मी विकास कुमार की संलिप्तता पायी गई। साथ ही बैंक के तीन अन्य कर्मी शशिकांत चौधरी, अजीत कुमार और अमित कुमार सिंह की लापरवाही सामने आई। इस पर विकास कुमार, अजीत कुमार व शशिकांत चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस द्वारा इस मामले की विस्तृत छानबीन की जा रही है।