मुंबई में एक बार फिर से लॉकडाउन लगने के सवाल पर शहर की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा है कि यह जनता के ऊपर है। उन्होंने कहा कि यदि लोग सावधानी नहीं बरतते हैं और केस लगातार बढ़ते हैं तो फिर लॉकडाउन भी लग सकता है। उन्होंने कहा कि शहर में दूसरी बार लॉकडाउन लगेगा या फिर नहीं, यह पूरी तरह से जनता के ही हाथ में है। पेडनेकर ने कहा, ‘यह चिंता की बात है कि ट्रेनों में सफर करने वाले ज्यादातर लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए, वरना हमें दूसरे लॉकडाउन की ओर बढ़ना होगा। एक बार फिर से लॉकडाउन लगेगा या नहीं, यह जनता के ही हाथ में है।’
महाराष्ट्र सरकार ने जनवरी में ही कोरोना से निपटने के लिए लागू बंदिशों को 28 फरवरी तक के लिए लागू करने का आदेश दिया था। इसके अलावा 1 फरवरी से ही शहर में मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों का भी सफर शुरू हो गया है। लेकिन इस बीच कोरोना के मामलों में इजाफा होने से फिर से आशंकाएं गहराने लगी हैं। ऐसे वक्त में जब पूरे देश में कोरोना के मामलों में कमी देखने को मिल रही है, तब मुंबई में केस बढ़ने से लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। बीते 40 दिनों में पहली बार 14 फरवरी को महाराष्ट्र में 4,000 से ज्यादा कोरोना के केस सामने आए थे।
यही नहीं अकेले मुंबई में ही 600 से ज्यादा केस सामने आए हैं। 15 फरवरी को भी हालात कमोबेश वही रहे और सूबे में 3,565 नए केस आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अब तक राज्य में 51,552 लोगों की मौत कोरोना के चलते हो चुकी है। मुंबई की बात करें तो बोरिवली, कांदिवली, चरकोप, मलाड, अंधेरी ईस्ट और विले पार्ले ईस्ट जैसे इलाके के कोरोना के हॉटस्पॉट बनकर उभरे हैं।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी पिछले दिनों कहा था कि यदि लोग लापरवाही बरतते हैं तो फिर सरकार को कड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्य अब भी कोरोना के मामले में चिंता की वजह बने हुए हैं। अब तक 87 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लोगों को दी जा चुकी हैं।