सोमवार को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक ट्रक के पलट जाने से 16 लोगों की मौत हो गई। सभी मृतक जिले के अभोदा, करहला और रावेर के मजदूर थे। पुलिस का कहना है कि राजाओन गांव के एक मंदिर के पास आधी रात पपीते से लदे ट्रक के पलटने से सभी की मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि पांच मजदूरों को गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज ग्रामीण अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि सभी मृतक ट्रक में ही सवार थे
इस हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक प्रकट किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘महाराष्ट्र के जलगांव में दिल दहला देने वाला ट्रक हादसा हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायलों को जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में सड़क हादसे में लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की है। कोविंद ने एक ट्वीट में कहा, ”महाराष्ट्र के जलगांव में मजदूरों, महिलाओं और बच्चों को ले जा रहे ट्रक के पलटने से कई लोगों की मौत की खबर सुनकर काफी दुखी हूं। मृतकों के परिवार से साथ मेरी संवदेनाएं हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।”
पुलिस ने बताया कि मृतकों में तीन और पांच वर्ष के दो बच्चे और 15 वर्षीय एक किशोरी भी शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि मृतक जिले के अभोदा, विवरा, केर्हाला गांव और रावेर तहसील के निवासी थे। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जेसीबी मशीन की मदद से ट्रक को गड्ढे से बाहर निकाला गया।
अधिकारी ने बताया कि हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई और ट्रक चालक सहित पांच अन्य लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि घायलों को जलगांव के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में दो की हालत गंभीर है।
जलगांव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवली ने ‘पीटीआई-भाषा को बताया कि वाहन में शायद कोई तकनीकी खराबी होने के कारण हादसा हुआ। उन्होंने कहा, ”हमने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) से रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। भादंवि की धारा 304-(दो) के तहत ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।”
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान, हुसैन मुस्लिम मनियार (30), सरफराज ताडवी (32), दिगंबर सपकले (55), नरेन्द्र वाघ (25), दिलदार ताडवी (20), अशोक वाघ (40), दुर्गाबाई अदकमोल (20), गणेश मोरे (5), सागर वाघ (3), शारदा रमेश मोरे (15), संगीता अशोक वाघ (35), यमुनाबाई इंगल (45), कमलाबाई मोरे (45), सबनूर ताडवी (53) और संदीप भालेराव (25) के तौर पर हुई है।