राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि आप मोदी के साथ चर्चा कर सकते हैं, ममता के साथ नहीं। त्रिवेदी ने एक इंटरव्यू में कहा कि नरेंद्र मोदी, अमित भाई से तर्क कर सकते हैं लेकिन टीएमसी में नहीं है।
क्या आप भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे? के सवाल पर दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में आप सांसद सा मंत्री बने बिना लोगों का भला कर सकते हैं। ईमानदारी से कहूं तो आज मेरे लिए सबकुछ बहुत अचानक हो गया था। जब मैं आज सुबह उठा तो मुझे खुद नहीं पता था कि मैं दोपहर में ऐसा करने जा रहा हूं। त्रिवेदी ने आगे कहा कि नरेंद्र भाई 1990 के दशक से दोस्त हैं और हम अब भी दोस्त हैं। उनके दरवाजे मेरे लिए हमेशा खुले थे। अमित के साथ आप चर्चा कर सकते हैं, मतभेद कर सकते हैं और बहस करते हैं लेकिन यहां (टीएमसी) में नहीं।
आगे क्या होगा? क्या आप बीजेपी में शामिल होंगे? के सवाल पर दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि यह मेरे दिल के मूल से आया है। यह आज ही हुआ है। हर कोई हैरान था। मैंने अपने गुरु से बात की और पूछा कि क्या मैं सही कदम उठा रहा हूं। उन्होंने कहा कि आपको आगे बढ़ना चाहिए, देश के लिए जो अच्छा हो आपको करना होगा। उन्होंने कहा कि मैंने अपने परिवार से बात की। मेरी अंतरात्मा बहुत साफ है।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने टीएमसी के उन सभी लोगों को टेक्स्ट किया है जो मायने रखता है, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। टीएमसी से बाहर निकालने के लिए जिम्मेदार लोगों के सवाल पर दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि मैं नाम नहीं लूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसे लोगों के बारे में कोई शिकायत नहीं हैं। लेकिन नेतृत्व का क्या? जहां कोई कम्यूनिकेशन नहीं है।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व रेलमंत्री त्रिवेदी ने पश्चिम बंगाल में हिंसा और ”घुटन का हवाला देते हुए शुक्रवार को राज्यसभा में अपनी सदस्यता से त्यागपत्र देने की घोषणा की, हालांकि आसन की तरफ से उनकी इस पेशकश को यह कहकर अस्वीकार कर दिया गया कि इसके लिए उन्हें समुचित तरीका अपनाना पड़ेगा।
उनकी घोषणा के बाद तृणमूल नेता विवेक गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, ”दिनेश जी के खिलाफ मैं कुछ नहीं कहूंगा क्योंकि वह राजनीति में बहुत वरिष्ठ हैं, लेकिन उनके फैसले से हम स्तब्ध हैं। यह पूछे जाने पर क्या यह तृणमूल कांग्रेस के लिए झटका है तो उन्होंने कहा, ”पार्टी के लिए झटका नहीं है। हम लोगों के लिए व्यक्तिगत झटका है क्योंकि उनके साथ कई साल तक काम किया और बहुत कुछ सीखा है।