उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र में अंधविश्वास के कारण एक व्यक्ति ने दो वर्षीय अपने सगे भतीजे की कथित रूप से गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि मासूम की हत्या के बाद उसका शव घर में ही छुपा दिया गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी के घर की तलाशी के दौरान बच्चे को शव बरामद कर लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव निवासी ज्ञान सिंह का दो वर्षीय बेटा शिवा शुक्रवार शाम घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान ज्ञान सिंह के बड़े भाई रामसूरत की बेटी शिवा को बहला कर अपने घर ले गई और रामसूरत व उसकी पत्नी ने शिवा की कथित रूप से गला दबाकर हत्या कर दी।
सूत्रों ने बताया कि हत्या के बाद आटा रखने वाले डिब्बे में बच्चे का शव छुपा दिया गया। डिब्बे के ऊपर उपले लगा दिए गए।
उन्होंने बताया कि शिवा के लापता होने पर उसके परिजनों ने उसकी खोजबीन की, मगर कुछ पता नहीं चला। इसके बाद ज्ञान सिंह ने पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस को ज्ञान सिंह ने बताया की उसे अपने बड़े भाई और उसकी पत्नी पर शक है कि उन्होंने ही शिवा को गायब किया है। इसके बाद पुलिस ने रामसूरत के घर की तलाशी ली, जिस दौरान उपलों के नीचे रखे आटे के डिब्बे से शिवा का शव बरामद हुआ।
इस संबंध में थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार राय ने बताया कि सख्ती से पूछताछ करने पर रामसूरत ने बताया की छह माह पहले उसकी बेटी के डेढ़ वर्षीय बेटे की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। उसे और उसकी पत्नी को शक था कि उसके छोटे भाई ज्ञान सिंह व उसकी पत्नी ने टोना टोटका करवा कर उसके नाती की जान ली है।
उन्होंने बताया कि इसी बात को लेकर दोनों भाइयों में अनबन रहती थी। इसी वजह से अंधविश्वास के चलते बीती शाम रामसूरत व उसकी पत्नी तथा बेटी ने मिलकर इस घृणित कार्य को अंजाम दिया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि ज्ञान सिंह की तहरीर पर उसके बड़े भाई रामसूरत, उसकी की पत्नी व बेटी के खिलाफ नामज़द मुकदमा दर्ज किया गया है। तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।उन्होंने बताया कि बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।