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कासगंज कांड: मई में है सिपाही देवेंद्र की बहन की शादी, खुशियों की जगह परिवार में छाया मातम
हिन्दुस्तान टीम ,कासगंज | Published By: Ajay Singh
- Last updated: Wed, 10 Feb 2021 09:08 AM
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में कुर्की की नोटिस चस्पा करने के दौरान शराब माफिया के दुस्साहसी हमले में मारे गए देवेन्द्र की छोटी बहन प्रीति की शादी मई में तय है। घर पर शादी की तैयारियां चल रही थीं लेकिन अचानक इस दु:खद वारदात के बाद अब मातम पसरा है। किसे मालूम था कि शादी की तैयारियों में जुटे परिवार को यह दिन देखना पड़ेगा।
देवेंद्र जसावत के पिता महावीर सिंह किसान हैं। देवेंद्र अपने पिता के इकलौते बेटे थे। ग्रामीणों ने बताया कि शमसाबाद थाना क्षेत्र का एक युवक कासगंज में सिपाही है। वह देवेंद्र का दोस्त है। उसने ही उनके साथ हुई घटना की जानकारी गांव में फोन पर दी थी। जैसे ही देवेंद्र के परिजनों को घटना की जानकारी हुई घर में कोहराम मच गया। आनन-फानन में रिश्तेदार और गांव के कुछ लोगों ने महावीर सिंह को साथ लिया और कासगंज के लिए रवाना हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि देवेंद्र विवाहित थे। वर्ष 2016 में शादी हुई थी। पत्नी का नाम चंचल है। पति की मौत की खबर से पत्नी को गहरा धक्का लगा है। उनकी हालत किसी से देखी नहीं जा रही है। दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी वैष्णवी तीन साल की है। छोटी बेटी महज चार माह की है।
देवेन्द्र ने पांच साल पहले पुलिस फोर्स ज्वाइन की थी। वर्तमान में उसकी तैनाती कासगंज जिले के सिढ़पुरा थाने पर थी। 23 वर्षीय देवेन्द्र अपनी बहन की शादी को लेकर काफी उत्साहित था। वह रोज अपने घर पर आगरा में बात कर परिवार से शादी की तैयारियों के बारे में बात करता था। इस साल मई में शादी तय थी। पिछली बाद जब वह आगरा गया था तो जल्द छुट्टी लेकर वापस लौटने की बात कह कर लौटा था लेकिन किसे पता था कि परिवार की खुशियों पर इस तरह ग्रहण लग जाएगा।
गौरतलब है कि मंगलवार की देर शाम कासगंज में शराब माफिया ने दुस्साहिक वारदात को अंजाम दिया। कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करने गए दारोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र कुमार को शराब माफिया मोतीराम ने पकड़ लिया। इस दौरान पीट-पीटकर सिपाही को मौत के घाट उतार दिया गया, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत में बंधक मिले। दारोगा पर भाला से हमला किया गया है, जबकि सिपाही के सिर पर भी वार किया गया। देर रात कई थानों की फोर्स के साथ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। अधिकारी समन तामील के लिए रवानगी की भी बात कह रहे हैं।
भाले से किया गया दोनों पर हमला
दरोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र सिंह पर शराब माफिया ने भालों से हमला किया। इस दौरान उनकी वर्दी फाड़ दी। असलहे भी छीन लिए गए। दोनों ही एक-दूसरे से करीब 500 मीटर दूर घायल अवस्था में मिले थे। पुलिस को दोनों खेत में बंधक मिले। अस्पताल लाने तक सिपाही की मृत्यु हो गई, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।
सीएम योगी ने 50 लाख की मदद और सरकारी नौकरी का किया ऐलान
डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह ने बताया कि सीएम योगी ने जान गंवाने वाले कांस्टेबल के परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता और सरकारी नौकरी की घोषणा की है।
शराब माफिया का भाई एनकाउंटर में ढेर
इस सनसनीखेज वारदात के बाद बुधवार तड़के सुबह पुलिस की बड़ी कार्रवाई की और मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई को ढेर कर दिया। सिढ़पुरा थाना प्रभारी प्रेमपाल सिंह ने बताया कि शराब माफिया और उसके साथियों की तलाश करने में पुलिस जुटी थी। इसी दौरान पुलिस और शराब माफिया के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस को देख माफिया ने गोलियां चलाई जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्यवाई कर दी। इस मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई एलकार सिंह को गोली लगी। एलकार को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।