राजस्थान के कुछ बर्खास्त मंत्रियों के लिए राहत भरी ख़बर है। क्योंकि अब उन्हें जयपुर के सिविल लाइंस में अलॉट किए गए बंगले खाली नहीं करने पड़ेंगे। बता दें कि, राजनीतिक उठा -पटक के चलते इन तीनों मंत्रियों को गहलोत सरकार ने बर्खास्त कर दिया था। दरअसल, सिविल लाइंस में स्थित ये बंगले केवल मंत्रियों के लिए ही आवंटित हैं। बावजूद इसके सरकार उसी तरीके का इस्तेमाल करने जा रही है, जिसके चलते पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को भी बंगला नहीं खाली करना पड़ा था।
आपको बता दें कि, जब चुनाव जीते कर कांग्रेस सत्ता में आई थी तो सरकार में गहलोत सीएम व सचिन पायलट डिप्टी सीएम बनाए गए थे। साथ ही उसी मंत्रिमंडल में विश्वेंद्र सिंह पर्यटन मंत्री और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे रमेश मीणा बनाए गए थे। लेकिन जब पार्टी में बगावत के काले बदल मंडराने लगे थे तो जब सचिन पायलट के साथ-साथ विश्वेंद्र सिंह व रमेश मीणा भी अन्य विधायक नाराज होकर चले गए थे।
बागी सुरों को संभालने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने तीनों को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। तब से ही यह कहा जा रहा था कि, अब तो इन तीनों मंत्रियों को आवास भी खाली करने होंगे। साथ ही सरकार के सामने भी कोई रास्ता नहीं था , क्योंकि किसी भी मंत्री ने अपनी स्वेच्छा से अपना बंगला खाली नहीं किया था।
आखिर सरकार ने कौन सा निकाला रास्ता
गहलोत सरकार जिस तरह से पहले विधानसभा अध्यक्ष के विशेष अधिकार के तहत सीएम रहीं वसुंधरा राजे का बंगला उनके निवास के रूप में बरकरार रखा था। उसी तरह अब सचिन पायलट समेत तीनों पूर्व मंत्रियों को ये बंगले नियमित करके उन्हें बरकरार रखे जाने की तैयारी कर ली गई है।