मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाई नरेंद्र नाथ और उनकी भाभी सुमननाथ की हत्या में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। दोहरे हत्याकांड की घटना का मास्टमाइंड रोहित पेशे से वार्ड ब्वाय है, लेकिन उसका सपना अपनी प्रेमिका को 12 लाख का हीरे का हार देना था। वह 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे पर यह उपहार देने वाला था। हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपित पेशे से सुरक्षागार्ड व मोमोज बेचने वाले हैं। मारे गए नरेंद्र नाथ की इन लोगों से जान पहचान हो गई थी। यही जान पहचान जान की दुश्मन बन गई।
एडिशनल डीसीपी विशाल पांडेय ने बताया कि पकड़े गए आरोपित देव शर्मा व विशन मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले हैं। फरार आरोपित रोहित अलीगढ़ और सुभाष महोबा का रहने वाला है। गुरुवार की रात रोहित व विशन पहले नरेंद्र के घर पर गए थे। साढ़े सात बजे घर के बेसमेंट में बैठ कर शराब पीना शुरू किया। नौ बजे सुभाष व देव मोमोज लेकर पहुंचे। चारों के साथ बैठ कर नरेंद्र शराब पीते थे। शराब की बोतल बुजुर्ग ही लेकर आए थे।
रात 11 बजे तक शराब पीने के बाद आरोपितों ने नरेंद्र का गला दबाया और उनसे उनके दो डेबिट कार्ड छीन लिए। पिन कोड पूछा, पिन कोड बताने के बाद मफलर व बेल्ट से गला दबाकर नरेंद्र की हत्या कर दी। उसके बाद आरोपित ग्राउंड फ्लोर पर सुमन के पास पहुंचे। दरवाजा खटखटाने पर भी नहीं खुला तो उसे तोड़ दिया और महिला की गोली मारकर हत्या कर दी। दंपती की हत्या करने के बाद बदमाश घर से तीस हजार नकद, लाखों के आभूषण, दो डेबिट कार्ड, पांच सिगरेट के पैकेट, दो मोबाइल फोन सहित कई अन्य सामान लूट कर फरार हो गए।
हत्या के बाद सभी अल्फा दो सेक्टर से पैदल साकीपुर गए। वहां गेस्ट हाउस में थोड़ी देर रूके। रास्ते में सिटी पार्क के सामने नाले में दंपती से लूटे गए मोबाइल तोड़ कर फेंक दिए। रोहित ने भी वही अपना मोबाइल फेंक दिया। उसके बाद रात एक बजकर 26 मिनट पर ओला कैब देव के नंबर से बुक की और ग्वालियर चले गए। चालक अफरोज ने छह हजार रुपये किराया लिया। ग्वालियर में बदमाश गोला मंदिर के पास कटारिया फार्म में रूके। वहां पुलिस ने दबिश दी तो भाग कर वापस ग्रेटर नोएडा आ गए और दो पकड़े गए।
गलत बताया था एटीएम का पिन
घटना वाली रात ग्रेटर नोएडा से भागने के बाद बदमाश आगरा में थोड़ी देर के लिए रूके। चालक ने कार में सीएनजी भरवाई। वहां बदमाशों ने नरेंद्र के एटीएम कार्ड से रकम निकालने की कोशिश की तो पता चला कि जो पिन बताया गया था वह गलत है। नाराज बदमाशों ने चालक को भी गालियां दी थी। घटना को अंजाम देने से पहले बदमाशों ने दो दिन साकीपुर स्थित गेस्ट हाउस में बिताए थे। पुलिस ने वहां की सीसीटीवी जांची तो पता चला कि जिस मफलर से नरेंद्र की हत्या की गई वही मफलर रोहित ने गेस्ट हाउस में ठहरने के दौरान गले में लटका रखा था।
नरेंद्र नाथ से ब्याज पर रकम लेता था
रोहित मोटरसाइकिल चोरी का भी काम करता था। वह बुजुर्ग के पास चोरी की मोटरसाइकिल गिरवी रखकर ब्याज पर रकम उधार लेता था। आरोपित अपने दोस्तों को भी ब्याज पर रकम दिलवाते थे। बुजुर्ग की घरेलू सहायिका का रिश्तेदार रोहित पूर्व में भी कई बार शराब के नशे में नरेंद्र की पत्नी से अभद्र व्यवहार कर चुका था।