उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से तबाही की खबर के बाद बचाव कार्य शुरू हो गया है। तपोवन में सेना ने राहत बचाव कार्य जारी कर दिया है। अलग-अलग केन्द्रों से सेना के जवान और एनडीआरएफ की टीमें लोगों की मदद करने के लिए मौके पर भेजी जा रही हैं। रविवार को उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से हुई घटना में रेस्क्यू के लिए गाजियाबाद से आठवीं बटालियन एनडीआरएफ की चार टीम भेजी गईं। सभी टीमों को रेस्क्यू उपकरणों से लैस करके रवाना किया गया। उत्तराखंड के चमोली में हुई घटना की सूचना मिलने पर एनडीआरएफ अलर्ट हो गया।
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली। सूचना मिलने पर सभी जवान तैयारी में जुट गए। हालांकि सबसे पहले एनडीआरएफ की एक टीम देहरादून से रवाना की गई। इसके बाद गाजियाबाद आठवीं बटालियन की एक टीम दोपहर के समय उत्तराखंड भेजी गई। स्थिति को देखते हुए फिर एनडीआरएफ की तीन टीम एयरलिफ्ट की गई। एक टीम में 35 जवान शामिल है। टीम के पास बाढ़ के दौरान इस्तेमाल करने वाले सभी आधुनिक उपकरण मौजूद हैं। टीम के साथ खोजी कुत्तों का दस्ता भी भेजा गया है। वह अपने कंट्रोल रूम के माध्यम से उत्तराखंड जिला प्रशासन से संपर्क बनाए हुए हैं। यदि वहां और भी टीम की जरूर होगी तो उसके लिए भी तैयारी कर ली गई है। मौके पर पहुंंची टीमों को जिस तरह के उपकरओं की आगे जरूर पड़ेगी उन्हे अगली टीम के साथ भेज दिया जाएगा।
600 जवान बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए रवाना, चॉपर भी तैनात
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर के टूटने के बाद विभिन्न एजेंसियों ने मोर्चा संभाल लिया है। भारतीय सेना ने छह कॉलम (तकरीबन 600 जवान) को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में भेजा है। वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि दो Mi-17 समेत तीन चॉपर और एक ALH ध्रुव चॉप देहरादून में है, ताकि बाढ़ प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचाई जा सके। जरूरत लगने पर और अधिक चॉपर की सेवा ली जाएगी। दिल्ली से भेजी जा रहीं एनडीआरएफ की टीमें
एनडीआरएफ की तीन टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं, जबकि अन्य टीमें दिल्ली से भी हवाई मार्ग के जरिए से भेजी जा रही हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से बात की और कहा कि एनडीआरएफ की कुछ टीम दिल्ली से हवाई मार्ग से उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। अमित शाह ने बताया कि मेरी मुख्यमंत्री से बात हुई है, वे रास्ते में हैं। वायुसेना को बचाव कार्य में लगाने की पूरी तैयार कर ली है। हादसे के लिए जितनी मदद की जरूरत है, वह मदद केंद्र सरकार उत्तराखंड सरकार को देगी। वहीं, असम दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत से फोन पर बात कर हालात का जायजा लिया है। मोदी ने ट्वीट किया, ”उत्तराखंड की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति निरंतर नजर रखे हुए हैं। भारत उत्तराखंड के साथ है और राष्ट्र सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहा है।”