कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि किसान आंदोलन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। केन्द्र ने किसानों की बात नहीं मानी तो विदेशों में भारत की जो फजीहत होगी, उसके जवाबदेह पीएम नरेन्द्र मोदी होंगे। अहंकार से देश नहीं चलता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जे की मांग करें। विपक्ष पहले भी साथ था आगे भी रहेगा। आंदोलन की उपज नीतीश कुमार अब आंदोलनकारियों का ही अधिकार छीनने का निर्देश दे रहे हैं।
तारिक अनवर सदकात आश्रम में सोमवार को प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र को जल्द तीनों कृषि कानून निरस्त कर देना चाहिए। उसके बाद किसानों के साथ बैठकर बात करें। बालहठ जैसा व्यवहार ठीक नहीं। किसानों से विदेशी जैसा व्यवहार हो रहा है। उनकी राह में कहीं कांटे बिछाये जा रहे तो कहीं दीवारें खड़ी की जा रही है। लगता है दिल्ली को विदेशी हमले का डर हो गया। आंदोलन को जितना बदनाम करेंगे उतनी ही फजीहत विदेशों में होगी। कानूनों को उदेश्य किसानों को नहीं बड़े घराने का मजबूत बनाना है।
अनवर ने कहा कि सीएम विकास पर विपक्ष का साथ मांग रहे हैं। सत्ता में बैठते ही उन्होंने कहा था कि विशेष दर्जे के बिना विकास नहीं होगा। विपक्ष ने पूरा साथ दिया। आज तो उनकी ही सरकार केन्द्र में भी है। मांग करें विपक्ष फिर साथ होगा। वह खुद जेपी आंदोलन की उपज हैं और अब आंदोलनों पर बंदिश लगा रहे हैं। आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरी और ठेके से वंचित करने का निर्देश अलोकतांत्रिक है।