स्वास्थ्य खतरों का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश की तकनीकी विवि एकेटीयू के कुछ छात्र सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है और कहा है सेमेस्टर की परीक्षा आफ लाइन कराने की अधिसूचना को निरस्त किया जाए।
एकेटीयू से संबद्ध 700 कालेज और संस्स्थान है जिनमें चार लाख छात्र अध्यययन करते हैं। यह याचिका एनआईटी नोएडा, एपीजेआईटी और जीएनआईटी के छात्रों ने दायर की है। उन्होंने कहा कि सेसमेस्टर परीक्षा के लिए उन्हें संस्थानों में बुलाया जा रहा है जबकि कोविड 19 का खतरा अभी टला नहीं है। 80 फीसदी छात्र होस्टल में रहते हैं और परीक्षा के लिए उन्हें संस्थानों में आना होगा। उसके लिए उन्हें 10-15 दिन के लिए कमरा किराये पर लेना होगा जिससे अनावश्यक खर्च होगा। उन्होंने पूरे साल आनलाइन पढ़ाई की है और आनलाइन परीक्षा के लिए ही तैयारी की है। इसे अलावा पढ़ने के लिए उनके पास किताबें भी नहीं है।
एकेटीयू ने 15 जनवरी को जारी अधिसूचना में कहा है कि 2020-21 के लिए परीक्षाएं आफलाइन ली जाएं।