नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के समर्थन में हरियाणा की ऐलनाबाद विधानसभा सीट से विधायक पद से इस्तीफा देने वाले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता अभय सिंह चौटाला को किसान महापंचायत ने ‘किसान केसरी सम्मान’ से सम्मानित किया है।
किसान महापंचायत के संयोजक अमनदीप गोदारा तथा उनके सहयोगियों विनोद मिठासरा और कुलदीप की ओर से शुक्रवार को आयोजित इस समारोह में अभय चौटाला को सम्मान स्वरूप उन्हें पगड़ी और हल भेंट किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
चौटाला ने केंद्रीय कृषि कानूनों को कथित तौर पर पर किसान विरोधी बताया और उपस्थित किसानों का आह्वान किया कि वे इन कानूनों के विरोध में छह फरवरी को किसान संयुक्त मोर्चा के प्रस्तावित तीन घंटे के चक्का जाम के दौरान राजस्थान की सीमा से हरियाणा में किसी को प्रवेश न करने दें और किसान संयुक्त मोर्चा के हर आदेश का पालन करें।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि किसानों के हित की झूठी फिक्र करने वाली इस पार्टी ने राज्य विधानसभा में किसानों के मुद्दे पर सदन से बहिर्गमन किया, जबकि वह अकेले ऐसे विधायक थे जिन्होंने तीनों कृषि कानूनों का विरोध करते हुए उन पर चर्चा करने की मांग की। यदि कांग्रेस इस मुद्दे पर ईमानदार होती तो वह काम रोको प्रस्ताव ला सकती थी।
भाजपा की कथनी और करनी में फर्क
चौटाला ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पहले किसानों से बड़े-बड़े वादे किए थे, जिसमें स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करना भी शामिल था, लेकिन उनकी कथनी और करनी में फर्क है। सत्ता में आने के बाद वे अपने वादों को भूल गए और तीन नए कृषि कानून थोप दिए, जो किसानों को बर्बाद कर देंगे।