कश्मीर मसले पर हमेशा झूठ बोलने वाले और आतंकवाद फैलाने वाले पाकिस्तान के मुंह से शांति की बात शोभा नहीं देती। पाकिस्तान की जो फितरत रही है, उसकी वजह से उसके मुंह से शांति की बात भी कोई साजिश ही नजर आती है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने बीते दिनों भारत के साथ शांति कायम करने की बात कही। हालांकि, भारत सरकार ने इस पर स्पष्ट कर दिया कि जब तक पाकिस्तान आतंक और शत्रुता से मुक्त माहौल नहीं बनाएगा, तबतक कोई बातचीत नहीं होगी। मगर अब पाकिस्तान ने इसका ठीकरा उल्टे भारत पर फोड़ा है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि शांति पूर्ण माहौल बनाने का दायित्व भारत पर है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का हालिया बयान क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा की उनके देश की इच्छा को दर्शाता है। यहां ध्यान देने वाली बात है कि यह वही पाकिस्तान है जो सीमा पार से कभी घुसपैठियों को भेजता है तो कभी कश्मीर में आग लगाने की कोशिश करता है और जब बात इतने से नहीं बनती है तो आतंकी हमला करवाता है।
पाकिस्तान ने भारत पर मढ़ा दोष
भारत के बयान की तरह ही पाकिस्तान ने अपना बयान दिया है। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने गुरुवार को प्रेसवार्ता के दौरान कहा, ‘पाकिस्तान लगातार कहता रहा है कि इस तरह (शांति) का माहौल बनाने का दायित्व भारत पर है।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा ही जम्मू-कश्मीर समेत सभी प्रमुख मुद्दों का शांतिप्रिय तरीके से निपटारा करने में विश्वास करता है और जनरल बाजवा का बयान क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा की पाकिस्तान की इच्छा को दर्शाता है।
कश्मीर पर फिर उगला जहर
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने कश्मीर मसले पर जहर उगलते हुए कहा कि भारत जम्मू और कश्मीर पर एकतरफा और अवैध तरीके से कब्जा किए हुए है। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान चाहता है कि भारत जम्मू और कश्मीर के एकतरफा और अवैध कब्जे को छोड़े, घाटी में मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोके और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुसार कश्मीर विवाद को हल करने के लिए सहमत हो।’ यहां बताना जरूरी है कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और पाकिस्तान इस पर अपना झूठा दावा करता रहा है।
भारत ने कर दिया है इरादा स्पष्ट
जबकि इधर भारत ने पहले ही गुरुवार को कहा कि आतंक एवं शत्रुता से मुक्त माहौल बनाने का दायित्व पाकिस्तान पर है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बाजवा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘हमारी स्थिति पहले से स्पष्ट है। भारत आतंक, हिंसा एवं शत्रुता से मुक्त माहौल में पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी रिश्ते बनाने का इच्छुक है।’ उन्होंने कहा कि इस तरह का माहौल बनाने का दायित्व पाकिस्तान पर है।
बाजवा ने क्या कहा था
गौरतलब है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने मंगलवार को टिप्पणी की थी कि ‘यह समय सभी दिशाओं से शांति का हाथ बढ़ाने का है।’ बाजवा ने कहा था कि पाकिस्तान और भारत को कश्मीर मुद्दे को गरिमापूर्ण और शांतिपूर्ण तरीके से हल करना चाहिए। वह खैबर-पख्तूनख्वा के रिसालपुर में पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) के असगर खान अकादमी में स्नातक समारोह को संबोधित कर रहे थे। बाजवा ने कहा था कि हम परस्पर सम्मान और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के आदर्श पर चलने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। यह सभी दिशाओं में शांति का हाथ बढ़ाने का समय है।
2013 के बाद से कोई बातचीत नहीं
भारत और पाकिस्तान के बीच 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद से ही स्थिति काफी तनावपूर्ण रहे हैं। हालांकि, 2013 में दोनों देशों के बीच बातचीत की एक कोशिश हुई थी। मगर उसके बाद अब तक कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है। पुलवामा अटैक और लाइन ऑफ कंट्रोल पर तनाव की वजह से भारत ने पाकिस्तान के साथ किसी तरह की बातचीत से इनकार कर रखा है। भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान आतंक की राह से आजाद नहीं होता, तब तक उसके साथ कोई रिश्ता बहाल नहीं होगा।