कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर अटोहा के पास किसानों का धरना सोमवार की सुबह दोबारा शुरू हो गया। धरना इस बार हाईवे के किनारे सर्विस रोड पर होगा। किसान और प्रशासन में बातचीत के बाद धरना पर सहमति बनी है। प्रशासन की तरफ से किसानों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। धरना को लेकर सुबह से पुलिस और किसानों में टकराव बना हुआ था।
एसीसी सतेंद्र दूहन ने बताया कि किसानों को प्रशासन की तरफ से कोई इजाजत नही दी गई है लेकिन किसानों की एक कमेटी उनसे मिली और उन्होंने कहा कि किसान अपना धरना शान्तिपूर्व चलाने को तैयार हैं। प्रशासन आंदोलनकारी किसानों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाएगा।
इससे पहले दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर आटोहा कर पास धरने पर बैठने गए किसानों के साथ पुलिस की टकराव की स्थिति बनी हुई थी। प्रशासन ने किसानों को धरने पर ना बैठने देने के लिए पूरी फोर्स का इंतजाम कर लिया था। दूसरी तरफ किसान भी धरने पर बैठने की जिद पर अड़े गए थे।
आंदोलन के लिए एक दिन पहले हुई थी महापंचायत
पलवल की अनाज मंडी में रविवार को कृषि कानून रद्द कराने की मांग पर अडिग आक्रोशित किसानों ने दोबारा से आंदोलन शुरू करने को लेकर महापंचायत का आयोजन किया था। इसमें पलवल, फरीदाबाद व नूंह जिले तक के किसान नेताओं ने भाग लिया था। महापंचायत में बड़ी संख्या में युवाओं की संख्या भी दिखाई दी थी। महापंचायत में विभिन्न पालों से लोगों ने हिस्सा लिया था। किसानों ने ऐलान किया कि वे किसी भी सूरत में कृषि कानून रद्द होने तक आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे।
गुरुग्राम में भाजपा कोर कमेटी में आंदोलन पर मंथन
गुरुग्राम। दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन ने प्रदेश में भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के रोने के बाद से दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन ने नया जन्म लिया है। इसके बाद से हरियाणा खाप, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की खाप ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। इससे हरियाणा में भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसी को लेकर रविवार शाम को गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में कोर कमेटी की एक बैठक बुलाई गई।
अचानक बुलाई गई बैठक में प्रदेश भाजपा कमेटी के बड़े नेताओं के साथ केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, भाजपा नेता सुधा यादव, भाजपा के कई पूर्व मंत्री और सांसद के साथ लंबी बैठक हुई। इसमें हरियाणा में बढ़ रहे किसान आंदोलन और खाप के समर्थक को लेकर लंबा मंथन चला। जिसमें किसान आंदोलन की बढ़ते स्वरूप पर नेताओं ने अपनी अपनी राय रखी।