राजधानी दिल्ली में बीते 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा मामले की जांच में पुलिस ने अबतक कुल 38 एफआईआर दर्ज कर 84 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वीडियो, फोटो और सीसीटीवी फुटेज के आधार में पुलिस ने कई लोगों की पहचान की है और उनकी तलाश में पुलिस छापेमारी भी कर रही है। वहीं शनिवार को क्राइम ब्रांच के अधिकारी एफएसएल की दो टीमों के साथ लालकिला भी पहुंची। पुलिस की टीम ने जहां मामले की जांच की वहीं एफएसएल की टीमों ने मौके से ब्लड और फिंगर प्रिंट व अन्य नमूने जांच के लिए उठाए। कई घंटे यहां बिताने के बाद क्राइम ब्रांच के अधिकारी वापस लौटे।
शनिवार को लालकिले में जांच के दौरान बाहर और अंदर के हिस्से में हुई तोड़फोड़ की फोटाग्राफी भी करवाई गई। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने उन गहरी खाईयों की गहराई भी नापी, जिसमें हिंसा के दौरान कुछ जवानों को जबरन नीचे गिरा दिया गया था। इसमे पुलिस के कई जवान जख्मी हुए थे। लालकिले पर हुए बलवे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वहां हुए बवाल के दौरान कुल 142 जवान बुरी तरह जख्मी हो गए थे। कई जवानों हाथ और पैर की हड्डी भी टूट गई है। लालकिला में उपद्रवियो के अंदर घुसने के जो वीडियो फुटेज पुलिस के हाथ लगे हैं, उसके आधार पर उपद्रव करने वालों की पहचान की जा रही है।
60 से पूछताछ, 20 हिरासत में
वहीं जांच में जुटी पुलिस ने अबतक 60 से पूछताछ की है, 20 को जांच के लिए हिरासत में भी लिया है। वहीं फुटेज में कैद होने पर पहचाने गए कई आरोपियों की तलाश में छापेमारी भी की जा रही है। पुलिस कार्रवाई की जद में आने वाले लोगों में ज्यादातर वे हैं, जो लालकिला परिसर में उपद्रव करने के लिए घुस गए थे। मारपीट व तोड़फोड़ कर रहे थे और जमकर घंटों बवाल काटा था।
12 किसान नेताओं को नोटिस भेजा
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच में 12 किसान नेताओं को नोटिस भेजकर उनको जांच में शामिल होने के लिए भी कहा है। इन नेताओं को एक-एक कर क्राइम ब्रांच के कार्यालय में आकर जांच में शामिल होना है और पुलिस के सवालों के जवाब देनें हैं। साथ ही अपना पक्ष भी रखना है। जांच के दौरान जिस भी आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत होंगे, पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी। फिलहाल जांच तेज कर दी गई है और अलग-अलग टीमों को जांच की अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है।
1700 से अधिक वीडियो फुटेज बरामद
वहीं हिंसा मामले की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को अबतक कुल 1700 से अधिक वीडियो व सीसीटीवी फुटेज बरामद हो गए हैं। क्राइम ब्रांच के ज्वाइं सीपी बीके सिंह ने बतााया कि पुलिस की अपील के बाद सैकड़ों लोगों ने पुलिस को वीडियो और फुटेज भेजना शुरू कर दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच के दौरान इन वीडियो से पुलिस को काफी मदद मिलेगी। वीडियो की सत्यता जांच के लिए इनको लैब भेजा जाएगा। हालांकि फुटेज और वीडियो देखकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वीडियो, फुटेज और फोटो मिलने का सिलसिला लगातार जा रही है।
धरने पर पहुंचे रामपाल जाट लिया हिरासत में
उधर बापू की पुण्यतिथि पर राजघाट पर धरना देने पहुंचे किसान नेता रामपाल जाट हिरासत में लिया गया। रामपाल के साथ उनके चार साथियों को भी हिरासत में ले लिया गया। बाद में उनको रिहा कर दिया गया। पुलिस सभी को दरियागंज स्थित थाने लेकर आई थी। पुलिस ने सभी से पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि रामपाल जबरन अंदर घुसने का प्रयास कर रहे थे।