दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर शुक्रवार शाम हुए कम तीव्रता के बम धमाके की जांच में कई एजेंसियां जुटी हुई हैं। यह धमाका किसने और क्यों किया? इसका खुलासा होना बाकी है। लेकिन शुरुआती स्तर पर कुछ ऐसे संकेत जरूर मिल रहे हैं जो 2012 में इजरायली दूतावास की कार पर हुए हमले की तरह एक बार फिर ईरान की ओर इशारा कर रहे हैं। घटना स्थल पर मिले एक लेटर में इस छोटे धमाके को ट्रेलर बताया गया है।
इस बीच दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि मौके से एक अधजला लाल कपड़ा और पोलीथिन बैग भी मिला है। सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं कि क्या इसका धमाके से कोई लिंक है? क्या यह उन लोगों से जुड़ा हुआ है जिन्होंने विस्फोटक को दूतावास के बाहर रखा। फिलहाल पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध दिखे हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, इजरायली दूतावास के बाहर हुए धमाके के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल राजधानी दिल्ली में रहने वाले ईरान के कुछ नागरिकों से पूछताछ कर रही है। इनमें कुछ ऐसे विदेशी भी शामिल हैं जिनकी वीजा अवधि खत्म हो चुकी है।
दिल्ली के लुटियंस इलाके में औरंगजेब रोड पर स्थित इजराइली दूतावास के बाहर शुक्रवार की शाम मामूली आईईडी विस्फोट हुआ। हालांकि धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ। तीनों कारों के शीशे जरूर फूटे। अति-सुरक्षित इलाके में यह धमाका उस समय हुआ जब यहां से महज 2 किलोमीटर दूर गणतंत्र दिवस समारोहों के सपमान के तौर पर होने वाला ‘बीटिंग रीट्रिट’ कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वैकेंया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि विस्फोट स्थल पर जांचकर्ताओं को इजराइली दूतावास का पता लिखा एक लिफाफा और लेटर भी मिला है, जिसमें ईरान के एक सैन्य जनरल और परमाणु वैज्ञानिक की हत्या का जिक्र है। साथ ही यह भी कहा गया है कि यह विस्फोट केवल एक ट्रेलर है। फरवरी 2012 में दिल्ली में इजराइली दूतावास के एक राजनयिक की कार पर हमला हुआ था जब एक मोटरसाइकिल सवार ने ट्रैफिक सिग्नल पर कार में विस्फोटक लगा दिया था। कुछ ही सेकेंड बाद कार में धमाका हुआ और राजयनिक तथा तीन अन्य लोग घायल हो गए थे।
इससे पहले, दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने कहा, ”बहुत ही कम क्षमता का आईईडी विस्फोट हुआ है… घटना में न तो कोई व्यक्ति हताहत हुआ है और नजदीक में खड़े तीन वाहनों के शीशों को छोड़कर किसी संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ।” सूत्रों ने कहा कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि दूतावास के बाहर एपीजे अब्दुल कलाम रोड के बीच में लगे एक गमले में बम लगाया गया था।
एक अधिकारी ने कहा कि बम निरोधक दस्ते ने भी धटनास्थल पर तलाशी अभियान चलाया ताकि इलाके में और बम लगे होने के बारे में पता लगाया जा सके। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने भी विस्फोट स्थल का दौरा किया। सूत्रों ने कहा कि मौके से कुछ बॉल बेयरिंग भी मिले हैं जिनका उपयोग बम बनाने में किया गया था। सूत्रों ने कहा कि आसपास की घास और मिट्टी के नमूनों को जांच के लिए एकत्र किया गया है। कुछ धातुओं को भी एकत्र किया गया है।