शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र विभिन्न क्षेत्रों में देश और दुनिया में योगदान देता है लेकिन इस साल राज्य को महज छह पद्म पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। पत्रकारों से बातचीत में राउत ने कहा कि इस साल महाराष्ट्र से कम से कम 10-12 लोगों को सम्मान मिलना चाहिए था।
देश के नागरिक सम्मान तीन श्रेणियों पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री में दिए जाते हैं। ये सम्मान कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान, इंजीनियरिंग, जन मामलों, लोक सेवा, व्यापार और उद्यम के क्षेत्र में योगदान के लिए दिए जाते हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 119 पद्म पुरस्कारों….सात पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्मश्री पुरस्कारों को मंजूरी दी है। महाराष्ट्र से इस साल रजनीकांत श्रॉफ, सिंधूताई सपकल, गिरिश प्रभूने, नामदेव काम्ब्ले, परशुराम गंगवाने और जसवंतिबेब पोपट को पद्म पुरस्कार दिए गए हैं।
राज्य में फिलहाल कांग्रेस और राकांपा गठबंधन के साथ सरकार में शामिल शिवसेना के नेता ने कहा, महाराष्ट्र से छह लोगों को पद्म पुरस्कारों के लिए चुना गया है। हम सभी को आश्चर्य हो रहा है। महाराष्ट्र इतना बड़ा है। वह देश और दुनिया में विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान करता है।
राउत ने कहा कि जिस कोविड-19 टीके के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्र सरकार सिर ऊंची करके चल रहे हैं उसका निर्माण महाराष्ट्र, पुणे में हो रहा है। वह पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में कोविशील्ड टीके के निर्माण के संदर्भ में बोल रहे थे। राउत ने कहा, ऐसे राज्य को सिर्फ छह पद्म पुरस्कार मिले हैं। हमें लगता है कि महाराष्ट्र से कम से कम 10-12 लोगों को सम्मान मिलना चाहिए था।