पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के मुखिया शरद पवार ने किसानों के मुद्दे पर महाराष्ट्र के राज्यपाल पर निशाना साधा है। दिल्ली में अन्नदाताओं के आंदोलन के समर्थन में मुंबई के आजाद मैदान में सोमवार को हजारों की संख्या में जुटे किसानों के संबोधित करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि आप राज्यपाल से मिलने राजभवन जा रहे हैं। महाराष्ट्र ने ऐसा राज्यपाल पहले कभी नहीं देखा। उनके पास कंगना रनौत से मिलने का समय है लेकिन किसानों के लिए नहीं है।
शरद पवार ने कहा कि राज्यपाल की ये नैतिक जिम्मेदारी थी कि वो यहां आते और आपसे मुलाकात करते। शरद पवार ने कहा कि ठंड के मौसम में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान पिछले 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। क्या पीएम ने उनके बारे में कभी पूछा? क्या ये किसान पाकिस्तान के हैं?
नए कृषि कानून को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए शरद पवार ने कहा कि सरकार ने बिना किसी से चर्चा किए कृषि कानूनों को पास कर दिया, जो कि संविधान के साथ खिलवाड़ है। पवार ने कहा कि अगर आप बहुमत के आधार पर कानून पास करेंगे तो किसान आपको खत्म कर देंगे। ये तो अभी शुरुआत है। बता दें कि मुंबई के आजाद मैदान में जुटे हजारों की संख्या में किसान महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने जा रहे हैं।
राकांपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि कृषि कानून विस्तृत चर्चा के बिना संसद में पारित किए गए जबकि विपक्षी दलों ने संबंधित विधेयकों पर विस्तृत विचार-विमर्श का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि विधेयकों पर प्रवर समिति में चर्चा हो सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पवार ने कहा, हमने महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा राज्यपाल नहीं देखा। लाखों लोग यहां आए हैं। वे राज्यपाल को ज्ञापन सौंपना चाहते थे। लेकिन राज्यपाल को गोवा जाना था। उनके पास कंगना से मिलने के लिए समय था किसानों से भेंट करने के लिए समय नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वह किसानों से मुलाकात करते लेकिन उन्होंने अपने कर्तव्य का पालन नहीं किया।