हरियाणा के गुरुग्राम में एक पिता ने अपनी सोती हुई 10 वर्षीय बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जबकि कमरे सो रहे 12 वर्षीय बेटे को पिता ने जिंदा छोड़ दिया।
इस घटना के बाद जब सुबह साढ़े तीन बजे बेटा उठा और घटना को देखकर अपनी मां को फोन किया। इसके बाद मां मौके पर पहुंची और पुलिस को घटना की सूचना दी। यह घटना 19 जनवरी तड़के हुई थी और बेटी की हत्या का खुलासा 21 जनवरी को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ। पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर पति के खिलाफ बुधवार को सेक्टर-37 थाने में हत्या का मामला दर्ज किया।
मूलरूप से नेपाल की रहने वाली अमृता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 2007 में मोती लाल से हुई थी। उसका पति शराब पीने का आदी था और कोई काम नहीं करता था। पति उसके साथ मारपीट भी करता था, जिससे वह काफी परेशान रहती थी। ऐसे में तीन साल पहले वह पति और दोनों बच्चों को छोड़कर सरहौल गांव में अकेली रहने लग गई और एक निजी कंपनी में काम करना शुरू कर दिया।
19 जनवरी को तड़के साढ़े तीन बजे 12 वर्षीय बेटे सचिन का उसे फोन आया। बेटे ने घटना के बारे में बताया और इसके बाद वह मौके पर पहुंची। मौके पर हालात देखकर उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
महिला ने पुलिस को बताया कि उसके पति ने मनमुटाव और रंजिश में 10 वर्षीय बेटी खुशी की हत्या कर दी। उसके बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। सेक्टर-37 थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पति ने खुद भी आत्महत्या कर ली है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने बच्ची की गला घोंटकर हत्या किए जाने की पुष्टि की है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।