यूपी में प्रयागराज और वाराणसी के मॉल में बम होने की सूचना के बाद कानपुर के मॉल को उड़ाने की धमकी मिली है। 24 घंटे में यूपी में पुलिस को पांच जिलों में बम की सूचना से खलबली मची है। प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर के अलावा नोएडा के सेक्टर 63 में बम की सूचना मिली। इससे पहले गुरुवार की दोपहर नोएडा के कैलाश हास्पिटल को उड़ाने की धमकी मिली थी। राहत की बात यह है कि फिलहाल कहीं से कोई विस्फोटक या आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली है।
कानपुर: मैडम चीफ मिनिस्टर फिल्म के शो के बाद होगा धमाका
कानपुर में साउथ एक्स मल्टीप्लेक्स, मिराज सिनेमा, गुरुदेव, पम्मी में मैडम चीफ मिनिस्टर फिल्म के शो में कुछ देर बाद ब्लॉस्ट होगा। कोई नहीं बचेगा। शु्क्रवार दोपहर करीब 12 बजे सूर्यवंशी बादशाह के नाम से कानपुर पुलिस और यूपी पुलिस को इस बाबत ट्वीट मिला तो हड़कंप मच गया। सभी मॉल और सिनेमाघरों में बीडीएस और डॉग स्क्वायड टीम पहुंची और जांच पड़ताल की गई।
तुरंत ही मूवी रुकवाकर लोगों को वापस किया गया और जांच की गई। एसपी साउथ दीपक भूकर ने बताया कि एक ट्वीटर के जरिए सूर्यवंशी बादशाह नाम से साउथ एक्स सहित तीन थियेटरों को बम से उड़ाने की धमकी दी है। ट्वीट करने वाले के बारे में पता लगाया जा रहा है। सुरक्षा के लिहाज से मॉल और सिनेमाघरों में जांच कराई जा रही है।
गुरुदेव पैलेस में दोपहर के शो में 9 और पम्मी पैलेस में 19 दर्शक मौजूद थे। अचानक कल्याणपुर थाने से पुलिस पहुंची और शो रोकवा दिया। सभी दर्शकों को बाहर जाने को कहा गया। डॉग स्क्वायड की तलाशी के बाद शो शुरू हुआ। डीआईजी डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि ट्विटर हैन्डल @suryavanshi Bad1 से साऊथ एक्स मॉल आदि में बम की झूठी अफवाह फैलाई गई। उक्त प्रकरण में ट्विट करने वाले के खिलाफ जूही थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। सर्विलांस, साइबर सेल और क्राइम ब्रांच जांच कर रही है।
प्रयागराज में पीवीआर में बम की सूचना पर खाली कराया मॉल
प्रयागराज के पीवीआर में भी बम की सूचना ट्वीट से पुलिस को मिली। आननफानन में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मॉल में मौजूद सभी ग्राहक दुकानदारों को बाहर निकाला गया। पुलिस अधिकारियों ने बम निरोधक दस्ते के साथ ही किसी भी स्थिति से निबटने के लिए फायर ब्रिगेड को भी बुला लिया। पूरे मॉल का चप्पा चप्पा जांचना शुरू कर दिया गया। एसपी सिटी दिनेश सिंह कई थानों की फोर्स के साथ पीवीआर पहुंचे और उन्होंने पूरी सुरक्षा इंतजाम के साथ पीवीआर को खाली कराया। सभी दुकानें बंद करा दी गईं और लोगों को बाहर कर दिया गया। यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलता रहे, इसके लिए यातायात पुलिस को लगा दिया गया। 1:00 बजे पहुंचे बम निरोधक दस्ते ने जांच शुरू की। एक तरफ जांच होती रही दूसरी तरफ किसी तरह की अव्यवस्था न फैले पुलिस वाले मॉक ड्रिल बताने में लगे रहे। इससे पीवीआर के चारों तरफ लोगों का जमावड़ा लगा रहा। पुलिस को देख कर लोग मोबाइल से वीडियो और फोटो लेते रहे।
वाराणसी में जेएचवी मॉल में बम की सूचना
वाराणसी के कैंटोमेंट में स्थित जेएचवी मॉल में बम रखने की सूचना पुलिस को मिली। एसएसपी के निर्देश पर सीओ कैंट की के साथ भारी फोर्स और बम निरोधक दस्ता पहुंच गया। बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड के साथ पुलिस ने चप्पे चप्पे की तलाशी ली। फिलहाल ढाई बजे तक विस्फोटक या कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली थी। यहां भी पुलिस को ट्वीट के जरिये सूचना मिली थी। एसएसपी अमित पाठक के अनुसार ट्वीट करने वाले की पहचान कराई जा रही है।
नोएडा सेक्टर-63 में बम जैसी वस्तु मिली
नोएडा के थाना फेस-3 क्षेत्र के छिजारसी गांव के पास शुक्रवार सुबह राहगीरों को बम जैसी वस्तु दिखने से इलाके में अफरातफरी मच गई। बम की सूचना मिलते ही पुलिस और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच गए। बम निरोधक दस्ते ने जांच के बाद पुष्टि की कि यह कोई विस्फोटक वस्तु नहीं है। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि एक ऑटो चालक ने शुक्रवार सुबह नोएडा पुलिस को सूचना दी कि सेक्टर-63 के छिजारसी गांव के पास उसने बम जैसी कोई वस्तु देखी है। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए बम निरोधक दस्ते, डॉग स्कॉड तथा पुलिस के आला अधिकारियों को मौके पर भेजा गया। बम निरोधक दस्ते ने जब उस संदिग्ध वस्तु की जांच की तो पता चला कि बम जैसे दिखने वाली वह वस्तु कोई विस्फोटक नहीं है। उक्त वस्तु को मौके से हटा दिया गया है।
नोएडा के कैलाश हास्पिटल में बम की सूचना मिली थी
इससे पहले गुरुवार की दोपहर नोएडा के सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल में बम की सूचना पुलिस को मिली थी। सूचना पर मौके पर पहुंचकर पुलिस, डाग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते ने अस्पताल में सघन जांच की। करीब दो घंटे तक जांच के दौरान अस्पताल में मौजूद लोगों की सांसें अटकी रहीं। जांच के बाद जब पुलिसकर्मियों ने बताया कि सब कुछ ठीक है तो लोगों के साथ चिकित्सक, अस्पताल प्रबंधन व पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली थी।