पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की जुबान ही उनकी दुश्मन है और इस वजह से अपनी पार्टी कांग्रेस में ‘बड़े नेता नहीं बन सके। उमा भारती ने दिग्विजय सिंह के बारे में पूछे जाने पर कहा, वह पढ़े लिखे नेता हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। वह कांग्रेस में वो जगह नहीं बना सके, जिसे वो बना सकते थे। क्योंकि उनका मुंह उनके नियंत्रण में नहीं है। वह अभी जहां हैं इससे अधिक बेहतर हो सकते थे।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिये एक लाख रुपए से अधिक दान देने तथा विश्व हिन्दू परिषद से मंदिर निर्माण के लिये प्राप्त राशि का हिसाब सार्वजनिक करने की मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उमा भारती ने उपरोक्त टिप्पणी की। उमा ने कहा कि वह दिग्विजय को तब से जानती हैं जब वह (उमा) मात्र आठ साल की थीं और दिग्विजय सिंह के परिवार के साथ उनके बेहतर रिश्ते हैं।
वहीं, दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर कहा कि सरकार और किसान नेताओं सामने किसानों की समस्याएं हल करने का यही मौका है और इसमें दोनों पक्षों को अहंकार एवं हठ से मुक्त होकर काम करना होगा। उमा भारती ने शुक्रवार को यहां अपने निवास पर पत्रकारों से कहा कि किसान आंदोलन में किसान नेताओं को राजनीति नहीं आने देना चाहिए।
उन्होंने कहा, 30 साल बाद किसान जमा हुए हैं। सरकार के पास भी यही मौका है। इसलिए मोदी जी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) के सामने भी बहुत बड़ा अवसर आया है और किसानों के सामने भी अवसर है। इस अवसर पर दोनों पक्षों को (सरकार और किसान नेताओं को) अहंकार और हठ से मुक्त होकर काम करना होगा।