प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जेल में निरुद्ध प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ शुक्रवार को एक और केस दर्ज कर लिया। यह केस आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज किया गया है। उनके विरुद्ध मनी लांड्रिंग का एक केस पहले से ही दर्ज है, जिसमें जांच चल रही है।
यह नया केस ईडी ने गायत्री की बेनामी संपत्तियों के बारे में मिली जानकारियों और साक्ष्यों के आधार पर दर्ज किया है। खनन घोटाले में सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था। इस केस की जांच के दौरान ईडी ने 30 दिसंबर 2020 को गायत्री, उनके चार्टर्ड एकाउंटेंट व कुछ बेहद करीबी व्यक्तियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान उसे गायत्री की 100 से अधिक नामी-बेनामी संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली थी। कुछ संपत्तियों के संबंध में दस्तावेजी साक्ष्य भी मिले थे। अब नया केस दर्ज करके बेनामी संपत्तियों से संबंधित मामले की वृहद जांच होगी। इसमें उनकी संपत्तियां जब्त भी की जा सकती हैं।
उधर उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) पहले से आय से अधिक संपत्तियों की जांच कर रहा है। ऐसे में ईडी अपनी जांच में विजिलेंस के द्वारा जुटाए गए तथ्यों को भी शामिल कर सकता है। विजिलेंस की खुली जांच में मंत्री के रूप में गायत्री प्रजापति द्वारा आय से छह गुना अधिक संपत्तियां अर्जित करने के साक्ष्य पाए गए थे। शासन की अनुमति मिलने के बाद विजिलेंस भी बाकायदा मुकदमा दर्ज कर इस मामले की जांच कर रहा है।