उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 6 जनवरी को हुई पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हत्या के मामले में आरोपी एक लाख के इनामी बदमाश गिरधारी उर्फ कन्हैया की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान पता चला है कि आरोपी हत्या के बाद पहले यूपी में ही छिपा रहा और फिर दिल्ली में किराये पर कमरा तलाश रहा था कि सोमवार को बाहरी उत्तर जिला पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वह हत्या के दो मामलों में वॉन्टेड है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, 6 जनवरी को लखनऊ के विभूति खंड में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजित सिंह की हत्या करने के बाद गिरधारी गाजीपुर चला गया था। वह 9 जनवरी तक गाजीपुर और वाराणसी में छिपा रहा। वाराणसी में जेल में बंद कुंटू सिंह द्वारा गिरधारी को 30 हजार रुपये देकर छिपने के लिए दिल्ली भेजा गया था। 10 जनवरी को गिरधारी दिल्ली आया और रैनबसेरे में रात बिताई।
11 जनवरी को आरोपी शाहबाद डेयरी इलाके में किराये पर कमरा देखने के लिए आया था। ऑटो में घूम रहे गिरधारी के बैग में किसी ने पिस्टल देखा तो एसआई संदीप नंदल को इसकी सूचना दी। इंस्पेक्टर आर.एस. मीणा के नेतृत्व में एसआई संदीप नंदल की टीम ने गिरधारी को सोमवार को हिरासत में ले लिया। जांच में आरोपी के कब्जे से 9 एमएम की पिस्टल और कारतूस मिले, लेकिन फोन नहीं मिला तो पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की।पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उस पर यूपी पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है और वह लखनऊ में अजित सिंह की हत्या करने के बाद भागकर यहां आया है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने लखनऊ पुलिस को आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी दी। जांच में सामने आया है कि गिरधारी बीते साल दिसंबर में भी दिल्ली आया था। वह कुछ समय तक जामिया नगर में छिपा हुआ था। जेल में बंद कुंटू सिंह द्वारा से उसे शाहबाद डेयरी के श्रमिक बहुल इलाके में रहने को कहा गया था।