बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता गुरुवार को मुख्यमंत्री से मिले थे। प्रदेश नेतृत्व व आलाकमान जल्द इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री से बात भी करेगा। मुख्यमंत्री ने जो चिंता जतायी है, उसका जल्द समाधान कर लिया जाएगा। बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में उनके कार्यकाल में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है कि मंत्रिमंडल विस्तार में इतनी देर हुई हो। उन्होंने कहा कि हमेशा से हम शुरुआत में ही पूरे मंत्रिमंडल का विस्तार कर देते थे।
सीएम से जब यह पूछा गया कि गुरुवार को आपसे भाजपा बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी मिले तो मंत्रिमंडल विस्तार पर बात हुई या नहीं, उन्होंने कहा कि इस विषय पर भाजपा नेताओं ने कोई बात नहीं की। बिल्कुल सहज और सामान्य बातें हुई हैं। बिहार में हमलोग जो काम कर रहे हैं, उसपर बातचीत हुई। जो हमलोगों का लक्ष्य है, उन्हीं सब बातों पर चर्चा हुई, पर मंत्रिमंडल विस्तार पर बात नहीं हुई। कोई राजनीतिक बात नहीं हुई है। कहा कि जबतक उन लोगों (भाजपा) की राय नहीं आ जाएगी, तबतक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होगा। भाजपा की रिपोर्ट आ जाएगी, तो उसी आधार पर मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
36 मंत्री हो सकते हैं
नियमानुसार बिहार में सीएम समेत 36 मंत्री हो सकते हैं। अभी सिर्फ 14 मंत्री हैं। गौरतलब हो कि 16 नवंबर को मुख्यमंत्री समेत 15 मंत्रियों ने शपथ ली थी। तभी से मंत्रिमंडल विस्तार के कयास लगाए जा रहे हैं।
तेजस्वी का दावा, बिहार में मध्यावधि चुनाव तय
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार की शाम पटना पहुंचने पर फिर सरकार पर निशाना साधा। सरकार के अस्थिर होने का दावा करते हुए कहा कि बिहार में मध्यावधि चुनाव होना तय है। कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं से मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहने को कह दिया है। उन्होंने महागठबंधन में जदयू के साथ आने की चर्चाओं को खारिज किया। कोरोना वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे वैक्सीन विशेषज्ञों ने नहीं भाजपा ने बनाई है।