भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार भले ही कम हुई हो लेकिन इसका खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। पिछले 24 घंटों में देशभर में कोरोना के 18,222 मामले सामने आए हैं, इसी के साथ ही देश में कोरोना के कुल मामलों का आंकड़ा 1,04,31,639 तक पहुंच गया है। वहीं अगर कोरोना से होने वाली मौतों की बात करें तो बीते 24 घंटों में 228 लोग अपनी जान गवा चुके हैं।
जानलेवा कोरोना वायरस अब तक पूरे देश में 1,50,798 लोगों की जान ले चुका हैं। लेकिन राहत की बात ये है कि देश में कोरोना का रिकवरी रेट बढ़ा है। बीते 24 घंटों में 19,253 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं, कई दिनों से रिकवर होने वाले मरीजों का आंकड़ा संक्रमित होने वाले मरीजों से ज्यादा रहा है। देश में कुल 1,00,56,651 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। भारत में कोरोना के एक्टिव मामलों की बात करें तो फिलहाल देश में 2,24,190 एक्टिव केस हैं। ये आंकड़े स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए हैंं।
कोरोना को लेकर अलग-अलग अध्यन किए जा रहे हैं जिनके दावे भी अलग हैं, एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस लोगों की नाक से उनके दिमाग में प्रवेश कर सकता है। अध्ययन के निष्कर्ष की मदद से अब यह पता लगाना संभव हो सकेगा कि कोविड-19 बीमारी के दौरान मरीजों में ‘न्यूरोलॉजिकल लक्षण क्यों उभर रहे हैं और उनका इलाज कैसे किया जाए।
‘नेचर न्यूरोसाइंस पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, सार्स-सीओवी-2 ना सिर्फ श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है बल्कि केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र पर भी प्रभाव डालता है जिससे अलग-अलग ‘न्यूरोलॉजिकल लक्षण जैसे सूंघने, स्वाद पहचानने की शक्ति में कमी आना, सिर दर्द, थकान और चक्कर आदि दिखने लगते हैं।