कोरोना वैक्सीन को लेकर विपक्ष की ओर से सवाल उठाए जाने का सिलसिला जारी है। ताजा सवाल बल्कि यूं कहें कि शर्त राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजप्रताप यादव ने रखी है। तेजप्रताप यादव ने कहा है कि वह कोरोना वैक्सीन तभी लगवाएंगे जब पीएम मोदी इसे लगवा लेंगे।
गौरलतब है कि नया साल शुरू होने पर तेजप्रताप वृंदावन गए हैं । वह अक्सर वहां जाते रहते हैं। वहीं उन्होंने यह बयान दिया। तेजप्रताप ने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन आना एक अच्छी बात है। वैक्सीन लगेगी और लोगों को कोविड-19 नहीं होगा, इससे अच्छी बात क्या हो सकती है। लेकिन जहां तक हमारे वैक्सीन लगवाने का सवाल है तो हम इसे तभी लगवाएंगे जब पीएम मोदी लगवा लेंगे। तेज प्रताप ने कृषि सुधारों को लेकर किसानों के आंदोलन को भी समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांग मान लेनी चाहिए।
इसके पहले कांग्रेस नेता ने उठाया था सवाल
इसके पहले बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने भी कोरोना वैक्सीन को लेकर सवाल उठाया था। उन्होंने भाजपा पर कोरोना वैक्सीन विकसित करने का श्रेय लेने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही कहा था कि जिस तरह वैक्सीन को लेकर संशय व्यक्त किया जा रहा है, उसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को सबसे पहले वैक्सीन लगवानी चाहिए। कांग्रेस नेता के इस बयान पर जेडीयू ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
यूपी में अखिलेश यादव उठा चुके हैं सवाल
वैक्सीन पर यूपी में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि ये वैक्सीन बीजेपी की है और इसे मैं नहीं लगवाऊंगा। क्योंकि मुझे बीजेपी पर भरोसा नहीं है। अखिलेश ने कहा कि जो सरकार ताली और थाली बजवा रही थी, वो वैक्सीनेशन के लिए इतनी बड़ी चेन क्यों बनवा रही है। ताली और थाली से ही कोरोना को भगा दें। अखिलेश यादव ने कहा, ‘मैं अभी कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा। मैं बीजेपी की वैक्सीन पर कैसे भरोसा कर सकता हूं। जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को मुफ्त वैक्सीन मिलेगी। हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवा सकते हैं।’