गाजियाबाद के मोदीनगर में श्मशान हादसे में सोमवार की शाम तक कुल 24 लोगों की मौत दर्ज हुई है। पुलिस ने इन सभी 24 शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ज्यादातर मौत की वजह दम घुटना बताया गया है। हालांकि कुछ की मौतें सिर में या शरीर के अन्य नाजुक हिस्सों में चोट की वजह से भी हुई है। दम घुटने से हुई मौत के मामलों में से कई में एक वजह शरीर के संवेदनशील हिस्से में गंभीर चोट भी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कुल 24 मौतों की पुष्टि की है।
गौरतलब है कि रविवार की सुबह मुरादनगर के बंबा रोड स्थित श्मशान में लैंटर गिरने से 60 से अधिक लोग जख्मी हो गए थे। इनमें से 24 लोगों को अचेतावस्था में अस्पताल पहुंचाया गया था। जिनकी मौत हो चुकी है। जबकि एक दर्जन से अधिक लोगों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। वहीं जिन लोगों को मामूली चोटें आई थी, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
मुरादनगर हादसे में सीएम योगी आदित्यनाथ का कड़ा रुख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने के मामले को गंभीरता से लिया है। उनके निर्देश पर मुरादनगर नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही मंडलायुक्त और जिलाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्हें हटाया भी जा सकता है। उनके निर्देश पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को विशेष विमान से मौके पर भेजा गया। वित्त मंत्री वहां से लौटकर वस्तुस्थिति की जानकारी मुख्यमंत्री को देंगे।
पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों पर भी होगी कार्रवाई
नगर विकास विभाग ने मुरादनगर शमशान घाट के शेड की गुणवत्ता की जांच करने वाले लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों पर भी कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। कहा है कि श्मशान घट छत निर्माण की थर्ड पार्टी जांच लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता और अवर अभियंता द्वारा की गई थी। गलत रिपोर्ट देने के कारण उनके खिलाफ भी कार्रवाई के लिए पत्र में कहा गया है। यह पत्र प्रमुख सचिव लोक निर्माण को भेजा गया है।