पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहां कालीघाट इलाके में अपना ‘स्वास्थ्य साथी’ स्मार्ट कार्ड लेने के लिए स्थानीय लोगों के साथ मंगलवार को कतार में खड़ी हुईं। प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने उनपर “शुद्ध ड्रामा” करने का आरोप लगाया है।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम और अन्य सरकारी अधिकारियों के साथ अपना कार्ड लेने के लिए सुबह करीब पौने 12 बजे कोलकाता नगर निगम के वितरण केंद्र ‘जय हिंद’ भवन पहुंची। ‘स्वास्थ्य साथी’ तृणमूल कांग्रेस सरकार की अहम योजना है जो प्रति परिवार पांच लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य कवर मुहैया कराती है।
हकीम ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कार्ड लेने के लिए आम आदमी की तरह कतार में खड़ी हुईं। उन्होंने कहा कि यह बताता है कि वह राज्य के आम लोगों में से ही एक हैं। मुख्यमंत्री ने सोमवार को सभी मंत्रियों से आग्रह किया था कि वे अपने-अपने कार्ड ले लें। राज्य के मुख्य सचिव ए. बंदोपाध्याय ने कहा था कि इस योजना में अबतक एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है।
माना जा रहा है कि यह योजना ममता सरकार ने केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना की काट के रूप में पेश किया है। गरीब परिवारों को सालाना 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाली केंद्रीय योजना को पश्चिम बंगाल सरकार ने लागू नहीं किया है। इसे भारतीय जनता पार्टी चुनावी मुद्दा बनाने में जुटी हुई थी। आयुष्मान योजना की तरह ही ममता बनर्जी सरकार ने पीएम किसान योजना को भी अपने राज्य में लागू नहीं किया है, जिसके तहत किसानों को सालाना छह हजार रुपए आर्थिक सहायता दी जाती है।