राजद ने आरोप लगाया है कि बिहार सरकार का शिक्षा और शिक्षकों के प्रति रवैया ठीक नहीं है। प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि राज्य सरकार जानबूझकर शिक्षा और शिक्षकों से जुड़े मामले को लटकाये रखना चाहती है। सरकार अपने द्वारा लिए गए निर्णयों को लागू करने में टाल-मटोल कर रही है।
राजद प्रवक्ता ने आगे कहा कि वर्ष 2018 मे 94 हजार प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसे पहले न्यायालय के चक्कर में उलझा दिया गया। छह सप्ताह के बावजूद सरकार द्वारा काउंसिलिंग की तिथि की घोषणा नहीं की गई है। आरोप लगाया कि इसके उलट शीघ्र नियुक्ति की मांग को लेकर मधुबनी में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को पीटा गया।
वहीं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अखिलेश कुमार सिंह ने कहा है कि एनडीए सरकार केवल चुनावी वायदा करना नहीं बल्कि उसे धरातल पर उतारना भी जानती है। एक तरफ पूर्ण स्वदेशी कोरोना वैक्सीन जनता के लिए मुफ्त में उपलब्ध कराने की तैयारी हो रही है, तो दूसरी तरफ कृषि के क्षेत्र में किसानों के हित में कई परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी है। किसानों को बरगलाने वालों की आंख खुल जानी चाहिए। किसान हमारी राजनीति के उपकरण नहीं हैं, बल्कि हमारी सरकार संकल्प के साथ उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध है।