बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मुरौल प्रखंड के एक गांव में शनिवार को प्रेमी-प्रेमिका की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। बताया गया कि दोनों के शव उनके घरों में फंदे से लटके मिले। इस घटना से इलाके में सनसनी मच गई। परिजन व परिचितों ने मिलकर आनन-फानन में दोनों के शव का दाह-संस्कार कर दिया। सूचना पर सकरा थाने के दारोगा ललन कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन युवक व युवती के परिजनों ने चुप्पी साध ली। ग्रामीणों ने भी पुलिस को घटना के संबंध में जानकारी देने से कन्नी काट ली।
सकरा थानेदार रामनाथ प्रसाद ने बताया कि युवक व युवती की मौत की सूचना पर पुलिस गांव में पहुंची थी, लेकिन किसी ने घटना से जुड़ी जानकारी पुलिस को नहीं दी। छानबीन के दौरान घटना से जुड़े साक्ष्य भी नहीं मिले। पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने अपना मुंह नहीं खोला। साक्ष्य मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गांव के एक टोले के 19 वर्षीय युवक व 18 वर्षीया युवती के बीच काफी समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। युवक ने पहली जनवरी पर गांव में जमकर जश्न मनाया। शनिवार की सुबह घर में फंदे से लटका युवक का शव मिला। इसकी जानकारी होने के बाद युवती के भी फंदे से झूलकर आत्महत्या करने की बात कही जा रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, युवक व युवती एक ही समाज से आते हैं। इस कारण घटना को शीघ्र रफा-दफा कर दिया गया। पुलिस के पहुंचने से काफी पहले गोपनीय तरीके से दोनों के परिजनों ने शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। युवक मेहनत-मजदूरी करता था।
परिजनों के साथ जनप्रतिनिधि ने भी घटना को रफा-दफा कर दिया। संबंधित पंचायत के मुखिया ने बताया कि दोनों पक्ष मामले को तूल देना नहीं चाह रहे थे। दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामले को रफा-दफा कर दिया। अब इसे तूल देने की जरूरत नहीं है। वहीं छानबीन के लिए गांव गए दारोगा ललन कुमार ने बताया कि युवक व युवती की मौत हुई है। परिजनों ने दोनों के शव को आनन-फानन में जला दिया। सूचना पर पुलिस टीम गांव गई थी, लेकिन कोई भी कुछ बताने को तैयार नहीं था। साक्ष्य के अभाव में पुलिस वापस लौट गई है।