अरुणाचल प्रदेश में जद यू के छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद बिहार में कोई नया सियासी संकट न खड़ा होने देने को लेकर दोनों पार्टियों के नेता काफी सतर्क नज़र आ रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार से लेकर उनकी पार्टी के तमाम नेता ‘ऑल इज वेल’ बताने में जुटे हैं लेकिन विपक्ष है कि मानने को तैयार नहीं। उनके नेता बार-बार एनडीए में नीतीश कुमार के अपमान का सवाल उठा रहे हैं और बताने पर तुले हैं कि बिहार में ‘ऑल इज नॉट वेल’ (सब कुछ ठीक नहीं है) है।
खासकर, शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का बयान आने के बाद राजद नेताओं ने खुलकर यह दांव चलना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को अपने जन्मदिन पर पत्रकारों से बात करते हुए राबड़ी देवी ने कहा था कि जरूरत पड़ी तो नीतीश कुमार को दोबारा महागठबंधन में शामिल करने के लिए राजद के नेता आपस में विचार-विमर्श कर निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा था कि भाजपा बिहार में भी वही कर सकती है जो उसने अरुणांचल में किया। भाजपा जब कर देती है तब पता चलता है। नीतीश कुमार की महागठबंधन में वापसी की सम्भावनाओं पर राबड़ी देवी ने कहा था कि आवश्यकता पड़ी तो इस बारे में पार्टी के नेता आपस में विचार-विमर्श करके निर्णय लेंगे।
शनिवार को राजद नेता वीरेन्द्र भाई ने इस बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि नीतीश कुमार हमारे थे और आगे भी हमारे रहेंगे। शनिवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत में भाई वीरेंद्र ने कहा कि एनडीए में नीतीश कुमार को अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने लालू यादव जी के सानिध्य में राजनीति की है। उनके और लालू जी के सम्बन्ध अच्छे रहे हैं। राजद नेता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने जो बात कही है वो इस महीने से लेकर अगले महीने तक सच साबित होगी। उधर, जद यू और भाजपा में राजद के ऐसे बयानों के खिलाफ प्रतिक्रियाओं का दौर भी तेज हो गया है।
भाजपा सांसद अजय निषाद ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के एनडीए छोड़ने का सवाल ही नहीं है। वह कहीं नहीं जाने वाले। भाजपा और जद यू के बीच ऐसा कोई मसला नहीं है। होगा भी तो आपस में बातचीत से उसे सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा और जदयू को पांच साल तक सरकार चलाने का जनादेश दिया है। दोनों पाटियां चाहती हैं कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे और ऐसा ही होगा। हम मिलकर बिहार के विकास के मुद्दे पर आगे बढ़ते रहेंगे। मंत्रिमंडल विस्तार में देरी पर उन्होंने कहा कि बड़ी पार्टी होने के बावजूद भाजपा ने जब सीएम का पद दे दिया तो कम मंत्री बनने पर भी कोई परेशानी नहीं होगी।
इस बीच साल के पहले दिन से पटना की सड़कों, प्रमुख चौराहों पर जगह-जगह पोस्टर लगाकर जेडीयू और भाजपा में टकराव दिखाने की कोशिशें भी तेज हो गईं हैं। इनमें से कई पोस्टरों पर नीचे राजद नेताओं के फोटो और नाम हैं जिनसे पता चल रहा है कि पोस्टर किसने लगवाए हैं। इन पोस्टरों में भाजपा नेताओं को सीएम नीतीश की कुर्सी काटते दिखाया गया है। इन पर जनता दल यू ने कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस सत्ता में आने के लिए परेशान हैं। इसी परेशानी में तरह-तरह की बयानबाजियों के साथ ही हथकंडे अपनाए जा रहे हैं जो सफल नहीं होने वाले हैं। जद यू के नेता अजय आलोक ने कहा तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जिसके नेता दिल्ली में नया साल मना रहे हैं उनकी क्या बात की जाए। उधर, राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार और बीजेपी का गठबंधन बेमेल है।