ब्रिटेन से भारत लौटने वाले कई लोगों ने अपने गलत या अधूरा पता और मोबाइल नंबर दिए हैं। अधिकारियों के अनुसार, इस वजह से उनका पता नहीं लग पा रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि 25 नवंबर से आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे करीब 14,000 में से 3900 से ज्यादा यात्रियों ने दिल्ली का पता बताया है।
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई मामलों में जिला स्तरीय टीमें ब्रिटेन से लौटे शख्स द्वारा दिए गए पते या मोबाइल नंबर से उसका पता नहीं लगा सकीं, क्योंकि ये विवरण अधूरा है। उनका जल्द से जल्द पता लगाने की कोशिशें की जा रही हैं। दिल्ली में ब्रिटेन से लौटे लोगों का पता लगाकर उनकी जांच करने के लिए जिला स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।
दिल्ली सरकार ने चार निजी अस्पतालों में आइसोलेशन सेंटर बनाने के आदेश दिए
दिल्ली सरकार ने 25 नवंबर से 24 दिसंबर के बीच ब्रिटेन की यात्रा से लौटे और कोरोना वायरस के नए प्रकार से संक्रमित पाए गए लोगों के लिए चार निजी अस्पतालों में आइसोलेशन सेंटर बनाने का बुधवार को आदेश दिए।
अधिकारियों ने बताया कि साकेत के मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, तुगलकाबाद इंस्टिट्यूशनल एरिया स्थित बत्रा अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, वसंत कुंज के फोर्टिस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और गंगाराम सिटी अस्पताल को अलग से आइसोलेशन सेंटर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इन अस्पतालों से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करने को भी कहा गया है।
एसओपी के मुताबिक, ब्रिटेन गए या वहां के हवाई अड्डे होते हुए भारत पहुंचने वाले सभी लोगों की आरटी-पीसीआर जांच होगी।