कोरोना की मार झेल रहा पाकिस्तान अब अपने सदाबहार दोस्त चीन की बनाई वैक्सीन खरीदेगा। कोरोना के खिलाफ अपने असर को लेकर पहले से ही सवालों के घेरे में घिरी चीन की सिनोफार्म वैक्सीन की 12 लाख खुराकें पाकिस्तान खरीदने जा रहा है। यह वैक्सीन बीजिंग इंस्टिट्यूट ऑफ बायलॉजिकल प्रोडक्ट्स ने सरकारी कंपनी सिनोफार्म के साथ मिलकर बनाई है।
पाकिस्तान के विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने ट्विटर पर लिखा, ‘कैबिनेट कमेटी ने फैसला लिया है कि हम चीन की कंपनी सिनोफार्म से वैक्सीन की 12 लाख खुराकें खरीदेंगे, जिनका वितरण हम देश के फ्रंट लाइन वर्कर्स को 2021 की पहली तिमाही में करेंगे।’ इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान ने कोविड-19 वैक्सीन के लिए 15 करोड़ डॉलर की राशि आवंटित की थी।
सिनोफार्म कंपनी ने वैक्सीन को लेकर जरूरी जानकारियां भी मुहैया नहीं करवाई हैं। यह वैक्सीन सिर्फ 79.3 प्रतिशत असरदार है जबकि मॉडर्ना और फाइजर-बायोनटेक की वैक्सीन लगभग 95 प्रतिशत असरदार है। रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन भी 91 प्रतिशत तक असर करती है। चीन की वैक्सीन को बहरीन और यूएई से मंजूरी मिल गई है लेकिन फिर भी चीन के दवा नियामकों द्वारा दिए गए डेटा में पारदर्शिता न बरतने को लेकर दुनियाभर में इसकी आलोचना हो रही है।
चीन ने सरकारी कम्पनी ‘सिनोफार्म की बनाई कोरोना वायरस के टीके को सशर्त मंजूरी दे दी है। चीन के चिकित्सा उत्पादन प्रशासन के उपायुक्त चेन शिफेई ने गुरुवार को बताया कि यह फैसला बुधवार रात लिया गया। सरकार द्वारा संचालित दवा कम्पनी ‘सिनोफार्म उन पांच चीनी कम्पनियों में शुमार है, जो टीका बनाने की वैश्विक दौड़ में शामिल है। कोविड-19 से विश्वभर में अभी तक 18 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।