साल 2020 में क्रिकेट और खेल के लिहाज से बहुत अच्छा साल नहीं रहा। कोविड-19 के कारण दुनिया भर में बहुत क्रिकेट नहीं खेला जा सका। लेकिन इन सब के अलावा कई दिग्गज क्रिकेटरों इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। आइए डालते हैं एक नजर ऐसे ही क्रिकेटरों पर जिन्होंने इस साल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया।
महेन्द्र सिंह धोनी
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अगस्त में इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। धोनी टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में एक रहे हैं। वो दुनिया के इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को तीन आईसीसी ट्रॉफी दिलाई हैं। धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीता है।
भारत के लिए उन्होंने 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। उन्होंने वनडे क्रिकेट में पांचवें से सातवें नंबर के बीच में बल्लेबाजी के बावजूद 50 से अधिक की औसत से 10773 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 38.09 की औसत से 4876 रन बनाये और भारत को 27 से ज्यादा जीत दिलाईं।
सुरेश रैना
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने 15 अगस्त की शाम को महेंद्र सिंह धोनी के इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के कुछ समय बाद खुद भी संन्यास की घोषणा कर दी थी। रैना ने भारत के लिए कुल 18 टेस्ट, 226 वनडे इंटरनैशनल और 78 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। उन्होंने 13 साल भारत के लिए इंटरनैशनल क्रिकेट खेला और इस दौरान उन्हें टीम इंडिया की कप्तानी करने का भी मौका मिला। रैना ने अपने डेब्यू टेस्ट में सेंचुरी ठोकी थी, इतना ही नहीं वो टीम इंडिया की ओर से तीनों फॉर्मैट में सेंचुरी जड़ने वाले पहले बल्लेबाज भी बने।
कोरी एंडरसन
न्यूजीलैंड के हरफनमौला ऑलराउंडर कोरी एंडरसन ने भी इस साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। एंडरसन ने अमेरिका में होने वाली टी20 लीग के लिए तीन साल का करार किया है। एंडरसन काफी लंबे समय से न्यूजीलैंड की टीम से बाहर चल रहे थे। एंडरसन ने न्यूजीलैंड के लिए 49 वनडे, 13 टेस्ट और 31 टी20 मैच खेले। वनडे क्रिकेट में सबसे तेज सेंचुरी लगाने का रिकॉर्ड कोरी एंडरसन के नाम है। एंडरसन ने अंतरराष्ट्रीय करियर में 2,000 से ज्यादा रन बनाए और 90 विकेट भी अपने नाम की। वह आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम की तरफ से खेलते हुए भी नजर आए थे।
इयान बेल
इंग्लैंड के शानदार बल्लेबाज इयान बेल ने भी इसी साल सितंबर में क्रिकेट को अलविदा कहा था। पांच बार के एशेज विजेता ने अपने पूरे कैरियर में वार्विकशर के लिए खेला। बेल ने 118 टेस्ट में 42.69 की औसत से 22 शतक समेत 7727 रन बनाए, जबकि 161 वनडे में 5416 रन जोड़े। 38 बरस के बेल ने 2015 में वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, लेकिन उसी साल आखिरी टेस्ट भी खेला। नवंबर 2015 के बाद से वह इंग्लैंड की टेस्ट टीम में जगह नहीं बना सके थे।
मोहम्मद आमिर
पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने अचानक सन्यास लेकर सभी को चौंका दिया। पाकिस्तानी तेज गेंदबाज आमिर ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। 2009 के टी20 वर्ल्ड कप उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी, पाकिस्तान तब वर्ल्ड कप जीतने में सफल हुआ था। 2017 के चैंपियन ट्राॅफी के समय भी उनकी गेंदबाजी बहुत शानदार रही थी। मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट, 61 वनडे और 50 टी20 मैच खेले और इस दौरान उन्होंने कुल मिलाकर 259 विकेट अपने नाम किए। अपनी स्विंग गेंदबाजी के आमिर काफी मशहूर रहे और बड़े से बड़े बल्लेबाजों को उन्होंने घुटने टेकने पर मजबूर किया। वनडे में 30 रन देकर 5 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा, जबकि टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 44 रन देकर एक पारी में 6 विकेट झटके।
इरफान पठान
भारत के पूर्व बाएं-हाथ के आल-राउंडर इरफान पठान 2020 के जनवरी में इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था। इरफान पठान ने टीम इंडिया के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी 20 मुकाबले खेले। उन्होंने 29 टेस्ट मैचों में 100 विकेट लिए और एक पारी में उनका बेस्ट प्रदर्शन 59 रन देकर 7 विकेट रहा, वहीं एक टेस्ट में उनका बेस्ट प्रदर्शन 126 रन देकर 12 विकेट रहा। वनडे की बात करें तो उन्होंने 120 वनडे मैचों में 173 विकेट लिए और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 27 रन देकर 5 विकेट रहा। वहीं 24 टी 20 इंटरनैशनल मैचों में उन्होंने कुल 28 विकेट लिए और उनका बेस्ट प्रदर्शन 16 रन देकर 3 विकेट रहा।
उन्होंने टेस्ट में साल 2003 में 12 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू किया था। भारत के लिए उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच 5 अप्रैल 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला। वनडे की बात करें तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 जनवरी 2004 को डेब्यू किया था और भारत के लिए आखिरी वनडे 4 अगस्त 2012 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। वहीं उन्होंने टीम इंडिया के लिए पहला टी 20 मैच एक दिसंबर 2006 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ जबकि आखिरी मैच 2 अक्टूबर 2012 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था।
वसीम जाफर
टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने 7 मार्च को क्रिकेट के सभी फॉरमैट से संन्यास की घोषणा किया था। 42 वर्षीय जाफर ने भारत की ओर से 31 टेस्ट मैचों में 34.11 की औसत से 1944 रन बनाए। वो भले ही इंटरनैशनल क्रिकेट में कमाल ना दिखा सके हों, लेकिन डोमेस्टिक क्रिकेट में उनका करियर शानदार रहा है। उन्होंने 260 फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैचों में 50.65 की औसत से 19410 रन बनाए और इस दौरान 57 सेंचुरी ठोकी।
वो रणजी ट्रॉफी में 12,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अपने करियर में अधिकतर समय मुंबई का प्रतिनिधित्व किया। बाद के दिनों में वो विदर्भ से खेलने लगे थे। वो रणजी ट्रॉफी में 150 मैच खेलने वाले पहले बल्लेबाज हैं। जाफर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 1996-97 में डेब्यू किया और 260 मैचों में 50.67 की औसत से 19,410 रन बनाए। इसमें 57 शतक और 91 अर्धशतक शामिल हैं।
प्रज्ञान ओझा
प्रज्ञान ओझा ने 2008 में भारत की वनडे टीम में डेब्यू किया था। इसके बाद से साल 2013 तक उन्होंने तीनों फॉर्मेट के मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। सबसे तेजी से 100 विकेट चटकाने वाला भारतीय गेंदबाज होने के बावजूद प्रज्ञान ओझा के गेंदबाजी एक्शन को लेकर एक समय सवाल उठाए गए थे। ओझा ने 24 टेस्ट में 113 विकेट और 18 वनडे में 21 विकेट चटकाए हैं। इसके अलावा छह टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनके नाम पर 10 विकेट दर्ज हैं। उन्होंने टीम इंडिया की तरफ से आखिरी मैच 2013 में खेला था। प्रज्ञान ओझा ने फरवरी में क्रिकेट जगत को अलविदा कहा था।
पार्थिव पटेल
17 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने इंटरनैशनल क्रिकेट के सभी फाॅर्मेट से नवंबर में सन्यास लेने का ऐलान किया। पार्थिव पटेल ने जब भारत के लिए डेब्यू किया था तब उनकी उम्र महज 17 साल 153 दिन थी। वह भारत के सबसे युवा विकेटकीपर है। 35 वर्षीय पार्थिव पटेल ने भारत के लिए 25 टेस्ट, 38 वनडे इंटरनैशनल और दो टी20 मैच खेले हैं। घरेलू क्रिकेट के 194 मैचों में उन्होंने गुजरात का प्रतिनिधित्व किया।