अरुणाचल प्रदेश के छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने की घटना के बाद बिहार की राजनीति भी गरमाई हुई है। कांग्रेस और राजद मुख्यमंत्री नीतीश और भाजपा नेताओं के रिश्ते पर तंज कसने से नहीं चुक रहे हैं। वहीं राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री शिवानंद तिवारी ने का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा लगातार दरकिनार कर रही है। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सामने विरोध दर्ज कराना चाहिए। कहा कि नीतीश कुमार आगे क्या रास्ता अपनाते हैं, यह तो उन्हीं को तय करना है।
उन्होंने कहा कि बिहारर विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान ने जिस तरीके से नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी की, उसे भाजपा के किसी वरिष्ठ नेता ने रोकने का प्रयास नहीं किया। कहा कि चुनाव बाद दिल्ली भाजपा कार्यालय में जो जश्न हुआ तो लगा कि अकेले भाजपा की जीत है। तिवारी ने कहा कि हाल में दोनों उपमुख्यमंत्रियों ने पीएम से मिलने के बाद बयान दिया कि बिहार की जनता ने भाजपा पर भरोसा किया। उन्होंने कहा कि इसका मतलब जनता ने एनडीए या नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि अरुणाचल की घटना में तो समर्थन देने वाले जदयू के विधायकों को ही भाजपा ने शामिल कर लिया।