भारतीय जनता पार्टी पश्चिमी बंगाल में आसन्न चुनावों में ‘योगी माॅडल’ के जरिये ममता बनर्जी को घेरने की रणनीति बना रही है। इसके जरिये न केवल कोरोना काल में श्रमिकों के लिए किए गए कार्यों और फिर आर्थिक उपलब्धियों के जरिये बात रखी जाएगी। वहीं लव जिहाद के साथ ही माफिया पर कार्रवाई, भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस और राममंदिर निर्माण से लेकर अयोध्या व वाराणसी में दीपोत्सव को आधार बनाकर पश्चिम बंगाल की जनता को लुभाने के दांवपेच चले जाएंगे।
योगी की रैलियों की अभी से मांग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार के दौरान अपनी फायर ब्रांड छवि के लिए पूरे देश में चर्चित हैं। चुनावी भाषणों की उनकी शैली विपक्षी दलों को बैकफुट पर आने को मजबूर कर देती है। लिहाजा, पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और ‘योगी मॉडल’ के जरिये ‘दीदी राज’ की खामियां जाहिर करने की रणनीति तैयार कर ली है। वैसे भी हिन्दू वादी फायर ब्रांड नेता के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैलियों के लिए अभी से मांग आने लगी है। वह पहले भी लोकसभा व विधानसभा चुनावों में त्रिपुरा, असम, राजस्थान, कर्नाटक, बिहार में चुनाव में रैलियां कर चुके हैं। हाल ही में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उन्हें हैदराबाद में भी बुलाया गया। पार्टी ने अपने बड़े नेताओं की रैलियों के लिए खाका खींचना शुरू कर दिया है।
कई बड़े नेताओं के लग रहे हैं कार्यक्रम
पार्टी के महामंत्री संगठन सुनील बंसल पश्चिम बंगाल का दौरा कर चुके हैं। उन्हें 40 से अधिक विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं पार्टी ने पश्चिम बंगाल को पांच जोन में बांट कर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को जिम्मेदारियां दे दी हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य हाल ही में पश्चिम बंगाल का दो दिवसीय दौरा कर लौटे हैं। उनके बाद पार्टी के अन्य नेताओं के दौरे भी तय कर दिए गए हैं। एक-एक कर अन्य सभी बड़े नेताओं प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा आदि के कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं।
काम गिनाने के साथ ही हिन्दू कार्ड भी दांव पर
कानून मंत्री बृजेश पाठक कहते हैं-‘यूपी में पश्चिम बंगाल की तुलना में लाख गुना बेहतर काम हुआ है। वहां न गरीबों के लिए कोरोना काल में कोई योजनाएं चलाई गईं…। न किसानों श्रमिकों के लिए कुछ किया गया। आम आदमियों की सुरक्षा तो दूर माफिया का बोलबाला है। ऐसे में नि:संदेह ‘योगी माडल’ के लाभ पश्चिम बंगाल के लोगों को बताए जाएंगे। फिर चाहे वह लवजिहाद का मुद्दा हो या फिर एक खास वर्ग के तुष्टिकरण का या राम मंदिर निर्माण और आर्थिक विकास के मुद्दे…। इनके सहारे हकीकत बयां की जाएगी।’