पहाड़ों में हुई बर्फबारी का असर राजधानी दिल्ली में दिखने लगा है। नए साल की सुबह दिल्लीवासी कोहरे संग शीतलहर का कहर झेलेंगे। मौसम विभाग के मुताबिक नए साल पर भी कोहरे संग शीतलहर का कहर जारी रहने का अनुमान है। जिसके तहत नए साल की सुबह शीतलहर चलेगी और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक दर्ज किया जा सकता है। हालांकि दिन बढ़ने के साथ ही तापमान में होने वाली बढ़ोतरी के चलते शीतलहर का असर कम होगा और लोगों को राहत मिलेगी।
दिल्ली प्रादेशिक मौसम केंद्र ने साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर को चलने वाली शीतलहर के मद्देनजर ऑरेंट अलर्ट जारी किया है। शीतलहर के चलते 31 दिसंबर को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक दर्ज किया जा सकता है, जो इस सीजन में सबसे कम न्यूनतम तापमान होगा। वहीं मौसम विभाग ने नए साल के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग आमजन के जीवन पर मौसम के प्रभाव को लेकर मौसम को चार श्रेणियों में बांटता है, जिसमें ग्रीन, यलो, ऑरेंज, और रेड अलर्ट शामिल है। रेड अलर्ट को सबसे गंभीर श्रेणी में रखा जाता है।
मंगलवार से शीतलहर सताएगी
राजधानी दिल्ली में एक बार फिर शीतलहर का कहर लौटने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से दिल्ली में कोहरे संग शीतलहर का असर देखने को मिल सकता है। जिसके तहत शुक्रवार यानी एक जनवरी तक कोहरे संग शीतलहर चलने का अनुमान है। इन दिनों में दिल्ली का न्यूनतम तापमान 3 से 4 डिग्री पर बना रहेगा।
नया साल की सुबह ठंडी रहेगा, जश्न पर नहीं रहेगा असर
दिल्ली प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक नए साल की सुबह बेशक दिसंबर के अन्य दिनों की तुलना में थोड़ी ठंडी रहेगी, लेकिन जश्न पर इस ठंड को कोई असर पड़ने नहीं जा रहा है। 31 दिसंबर को 3 डिग्री का न्यूनतम तापमान अनुमानित है, इस वजह से एक दिन का रेड अलर्ट जारी किया जाएगा। जो भी शीतलहर है, उसका असर सुबह की समय दिखाई देगा। 31 दिसंबर की रात व 1 जनवरी की सुबह के बाद शीतलहर प्रभावी नहीं रहेगी। इस वजह से ठंड के चलते जश्न पर किसी तरह असर पड़ने नहीं जा रहा है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी के पास पहुंची
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में लगातार दो दिन हुए सुधार के बाद रविवार को वायु गुणवत्ता एक बार फिर खराब हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) में शनिवार को जो सूचकांक 337 पर दर्ज किया था, वह रविवार को हुई बढ़ोतरी के बाद 396 पर दर्ज किया गया है। जो वायु गुणवत्ता के गंभीर श्रेणी के पैमाने से 4 अंक कम है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के प्रदूषण निगरानी संस्थान सफर के मुताबिक सोमवार और मंगलवार को वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार होने की संभावना है, लेकिन बुधवार को एक बार फिर वायु गुणवत्ता बेहद खराब के उच्च स्तर पर बने रह सकती है।