बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा ने आरोप लगाया है कि देश के संविधान पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। पहली बार संवैधानिक संस्थाएं सरकार के हाथ के खिलौना के रूप में दिखने लगी हैं। सरकार के विरोध में खड़ा होने का मतलब ऐसी संस्थाओं के निशाने पर आना है। ये आरोप उन्होंने कांग्रेस के 136वां स्थापना दिवस पर पार्टीजनों को संबोधित करते हुए लगाए।
विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने भी कांग्रेसजनों को संबोधित किया। पार्टीजनों ने सेवा दल का 98वां दल दिवस भी उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया। प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस ध्वज फहराया व सेवा दल के मुख्य संगठक रामानन्द सिंह को नया झंडा प्रदान किया।
नेताओं ने आरोप लगाया कि किसान अपनी मांगों के लिये इस भीषण शीतलहरी में दिल्ली के बोर्डर पर 32 दिनों से आन्दोलनरत हैं, लेकिन केन्द्र सरकार बड़े उद्योगपतियों एवं कारपोरेट घरानों के दबाब में आखें मूंद कर बैठी है। मीडिया विभाग के अध्यक्ष एचके वर्मा ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेसजनों का आह्वान किया कि वर्त्तमान केन्द्र सरकार की जन-विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने के लिये तैयार रहें। बाद में एक तिरंगा मार्च सदाकत आश्रम से बांसघाट स्थित डा. राजेन्द्र प्रसाद की समाधि स्थल तक जाकर उनकी समाधि पर माल्यार्पण किया।
BJP का आरोप, किसान आंदोलन की आड़ में कांग्रेस करवा सकती है दंगे
बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह किसान आंदोलन की आड़ में दंगा करवा सकती है। कहा कि कृषि कानून के विरोध में हो रहे किसान आंदोलन से किसानों का मोहभंग हो रहा है। इससे कांग्रेस नेता बौखला चुके हैं। वे अब खुलेआम हिंसा और उत्पात मचाने की धमकी देने लगे हैं।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा कि लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बीते दिनों मोदी सरकार को धमकाते हुए साफ़ कहा है कि एक तारीख के बाद वह लाशों के ढेर लगा देंगे। वे इसके लिए कहीं भी, किसी भी हद तक जा सकते हैं। अभी तक उनके इस बयान पर कांग्रेस से किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आने से यह साफ़ है कि बिट्टू को कांग्रेसी आलाकमान का पूरा समर्थन प्राप्त है। ऐसे भी जिस कांग्रेस में गांधी परिवार की मर्जी के बिना कोई सांस भी नहीं ले सकता वहां अपने मन से कोई नेता इस तरह का उन्मादी बयान कैसे दे सकता है।