उत्तर प्रदेश का एक आईपीएस अधिकारी आजकल भगोड़े की जिंदगी जी रहा है। जिस पुलिस के अफसर उसे सुबह-शाम सैल्यूट ठोंकते थे वे ही अब डुगडुगी पिटवाकर उसे तलाश कर रहे हैं। इस आईपीएस अफसर पर लखनऊ पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं आईपीएस अरविंद सेन की, जिन पर पशुधन विभाग के फर्जी टेंडर से ठगी का आरोप है। न्यायालय ने आईपीएस अरविंद सेन को भगोड़ा घोषित कर दिया है। अब लखनऊ के हजरतगंज थाने की पुलिस ने आईपीएस के घर नोटिस चस्पा कर उनकी तलाश के लिए डुगडुगी बजवाई है।
आईपीएस अरविंद सेन का घर लखनऊ में गोमती नगर के विराटखंड में है। वह कई दिनों से फरार चल रहे हैं। गौरतलब है कि एंटी करप्शन कोर्ट ने IPS अरविंद सेन को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। कोर्ट ने इसी मामले में एक अन्य आरोपी अमित मिश्रा को भी कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया है।
गिरफ्तार सिपाही का वॉयस सैंपल टेस्ट होगा। कोर्ट ने इसी मामले में गिरफ्तार आरोपी सिपाही दिलबहार यादव के वॉयस सैंपल टेस्ट का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा है कि आरोपी सिपाही दिलबहार यादव यदि स्वेच्छा से अपनी आवाज का नमूना देता है तो उसे नियमानुसार रिकॉर्ड किया जाए।
आईपीएस हाजिर नहीं हुए तो घर की कुर्की होगी
कोर्ट ने आईपीएस अरविंद सेन को भगोड़ा घोषित करते हुए कहा कि यदि वह अब भी हाजिर नहीं होते हैं तो उनके घर और संपत्ति की कुर्की की जाएगी।
यह है मामला
इस मामले में 13 जून 2020 को इंदौर के व्यापारी मंजीत सिंह भाटिया उर्फ रिंकू की तहरीर पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। इसमें आशीष राय, मोंटी गुर्जर, उमेश मिश्रा सहित 13 अभियुक्तों को नामजद किया गया था। जांच के दौरान आईपीएस अरविंद सेन का नाम सामने आया। आरोप है कि कूटरचित दस्तावेजों और छद्म नाम से गेहूं, आटा, दाल और शक्कर की सप्लाई का ठेका दिलवाने के नाम पर 9.72 लाख रुपए की ठगी की गई।