गोरखपुर में मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज करने के बदले गोला थाने में तैनात दरोगा विवेक चतुर्वेदी ने पीड़ित महिला ने 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। 15 हजार में सौदा तय हुआ। महिला ने दस हजार रुपये एडवांस में दिए और पांच हजार रुपये देना बाकी था। इस बीच पता चला कि दरोगा ने उसके विपक्षी की तहरीर पर महिला के परिवारवालों पर मारपीट और छेड़खानी का केस दर्ज कर लिया है। महिला ने इसकी शिकायत एसएसपी से की और रुपये के लेन-देन वाला ऑडियो भी सुनाया। एसएसपी ने सीओ गोला से इसकी जांच कराई। आरोप सही पाए जाने पर दरोगा के खिलाफ गोला थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा में केस दर्ज कर लिया गया। उधर एसएसपी ने दरेागा को निलम्बित करते हुए विभागीय जांच शुरू करा दी।
गोला क्षेत्र की झरकटा गांव की फुलवारी देवी ने एसएसपी से दरोगा विवेक चतुर्वेदी की शिकायत की। महिला ने बताया कि बीते 23 अक्टूबर को गांव के संजय से उसका विवाद हुआ था। संजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए वह अपनी बहू आशा व देवरानी शारदा को साथ थाने पहुंची थी। वहां उसके प्रार्थनापत्र को दरोगा विवेक चतुर्वेदी को सौंप दिया गया।
महिला ने आरोप लगाया कि दरोगा ने मुकदमा दर्ज करने के लिए 25 हजार रुपये की मांग की। महिला ने गरीबी का हवाला दिया। उसके बाद दरोगा ने रिश्वत की रकम में दस हजार रुपये की डिस्काउंट कर दिया। 15 हजार रुपये मिलने पर ही केस दर्ज करने के लिए अड़ गए। दरोगा की बात मान कर महिला ने कर्ज लेकर 10 हजार रुपये उन्हें दिया। बाकी पांच हजार रुपये बाद में देने को कहा। महिला ने रुपये के लेनदेन में बातचीत का ऑडियो भी बना लिया।
इस बीच पता चला कि दरोगा ने दूसरे पक्ष की एक लड़की की तरफ से 27 अक्तूबर को फुलवारी देवी के परिवारवालों पर घर में घुसकर मारपीट व छेड़खानी से संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के बाद महिला ने एसएसपी से शिकायत की थी। एसएसपी ने इसकी जांच सीओ श्यामदेव विंद को सौंपी थी। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
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एसएसपी ने किया दरोगा को निलम्बित, थाने से भागा
भ्रष्टाचार निवारण अधिनयम के तहत केस दर्ज होने के बाद एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने दरोगा विवेक चतुर्वेदी को निलम्बित कर दिया। गाजीपुर जिले के मरदह थाना क्षेत्र स्थित गोविंदपुर कीरत निवासी विवेक चतुर्वेदी की लम्बे समय से गोला थाने में तैनाती थी। 20 दिन की छुट्टी के बाद दो दिन पहले ही विवेक ने थाने पर ज्वाइनिंग की थी। विवेक पर पहले भी आरोप लगते रहे थे पर कोई ठोस सबूत न होने से कभी कार्रवाई नहीं हुई। लेन-देन का ऑडियो सामने आने के बाद अफसरों ने कार्रवाई की है। उधर, मुकदमा दर्ज होते ही दरोगा थाने से भाग गया है। एसएसपी ने सीओ के रिपोर्ट पर निलम्बित करते हुए विभागीय जांच भी शुरू करा दी है।
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खाकी के खिलाफ इस महीने तीसरा केस
पुलिसवालों के खिलाफ इस महीने यह तीसरा केस दर्ज हुआ है इससे पहले कैँट पुलिस ने एक सिपाही के खिलाफ नौकरी के नाम पर जालसाजी करने के आरोप में केस दर्ज किया था। वहीं पीपीगंज थाने में एक दरोगा के खिलाफ पीड़ित से मारपीट के मामले में भी एसएसपी के निर्देश पर दरोगा के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
दरोगा विवेक चतुर्वेदी के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर जांच के बाद केस दर्ज कराया गया है। दरोगा को निलम्बित करते हुए विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जा रहा है। किसी भी कर्मचारी या अधिकारी के भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।